लखनऊ:  उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 में घरेलू और विदेशी पर्यटकों की आमद में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. एक ताजा रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है. यूपी में विदेशी पर्यटकों के आने में बढ़ोतरी देखी गई है. उद्योग मंडल 'एसोचैम' और उसके सहयोगी 'माई अतिथि डॉट ग्लोबल' की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2021 में घरेलू पर्यटकों की आमद के मामले में उत्तर प्रदेश ने 10 करोड़ 97 लाख की संख्या के साथ देश में दूसरा स्थान हासिल किया था. मगर वर्ष 2022 में इसमें अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई. रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 में करीब 190 प्रतिशत की चौंकाने वाली वृद्धि के साथ 31 करोड़ 79 लाख पर्यटक उत्तर प्रदेश पहुंचे. दूसरी ओर, वर्ष 2021 में जहां मात्र 44,737 विदेशी पर्यटक उत्तर प्रदेश आए थे, वहीं वर्ष 2022 में 1350 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि के साथ यह आंकड़ा छह लाख 40 हजार हो गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उभरने का मिल रहा मौका 
एसोचैम के महासचिव दीपक सूद की जानकारी के मुताबिक ''राज्य सरकार की रणनीतिक योजनाओं और अनूठी पहल के कारण उत्तर प्रदेश को देश में सतत पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने का मौका मिल रहा है. इस क्षेत्र में विकास को और गति देने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र के बीच साझेदारी होना बहुत जरूरी है. सूद ने कहा कि स्थानीय समुदायों, कलाकारों और उद्यमियों को शामिल करके उत्तर प्रदेश को निजी-सार्वजनिक भागीदारी के माध्यम से पर्यटन का एक ठोस बुनियादी ढांचा विकसित करने के साथ-साथ अपनी संस्कृति को संरक्षित करने की दिशा में काम करना चाहिए.


माय अतिथि डॉट ग्लोबल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गौतम मेहरा ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने में राज्य सरकार का रवैया ऐसा होना चाहिए, जिससे आतिथ्य, पर्यटन और यात्रा क्षेत्र में कुटीर, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) का भी सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके. उन्होंने कहा कि क्योंकि उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, इसलिए उसे अन्य राज्यों को भी ऐसी ही रूपांतरणकारी यात्रा शुरू करने के लिए प्रेरित करना चाहिए. मेहरा ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपने यहां एमएसएमई को मजबूत करके और पर्यटन क्षेत्र में अपनी उपलब्धियां को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करके अपने आर्थिक विकास को एक नया मुकाम दे सकता है. रिपोर्ट में पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन विकास में तालमेल स्थापित करने की जरूरत पर जोर दिया गया है. यह रिपोर्ट पर्यटन क्षेत्र में सतत विकास के लिए एक ब्लूप्रिंट उपलब्ध कराती है. आतिथ्य, पर्यटन और यात्रा क्षेत्र के एमएसएमई की भूमिका को और बढ़ाना इसका महत्वपूर्ण पहलू है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन उद्योगों का स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं पर गहरा असर पड़ता है और लागत एवं लाभ का उचित वितरण सुनिश्चित होता है.


Watch: जानें इस सप्ताह कैसी रहेगी ग्रहों की चाल, कन्या, वृश्चिक और धनु राशि वालों की किस्मत करेगी कमाल