UP Home Guard Recruitment 2024: अब उत्तर प्रदेश में होमगार्ड भी पुलिस से कम नहीं होंगे. उनकी भर्ती भी पुलिस की तरह ही होगी. इसके लिए नई नियमावली में पुलिस की तर्ज पर नियम बनेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती के लिए शासन ने नई नियमावली बनाने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है. अब होमगार्ड्स को लिखित परीक्षा के बाद चयनित किया जाएगा. इससे पहले होमगार्ड्स की भर्ती केवल शारीरिक दक्षता परीक्षा और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मेरिट के आधार पर होती थी.


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कैसी होगी नई नियमावली?
सूत्रों की मानें तो होमगार्ड्स की भर्ती के लिए दशकों पुरानी व्यवस्था को खत्म किया जाएगा. नई नियमावली में पुलिस भर्ती की तरह नियम बनेंगे, ताकि होमगार्ड भी किसी से कमतर न रहे और अन्य सुरक्षा बलों की तरह पूरे आत्मविश्वास के साथ कानून-व्यवस्था और सुरक्षा जुड़े अपने उत्तरदायित्व को पूरा कर सकें. आपको बता दें, सीएम योगी ने हाल ही में 42 हजार होमगार्ड की भर्ती की दो चरणों में करने की घोषणा की थी. नई नियमावली में लिखित परीक्षा कराने वाली कार्यदायी संस्था का नाम भी तय कर दिया जाएगा. इसके अलावा शारीरिक दक्षता परीक्षा में होने वाली पुरुषों की 1500 मीटर और महिलाओं की 400 मीटर की दौड़ में भी बदलाव हो सकता है. भर्तियों में पूर्व सैनिक, एनसीसी, आपदा मित्रों को नई नियमावली में खास तवज्जो दी जाएगी.


पहले ऐसे होती थी भर्ती 
दरअसल, बीते 13 सालों से होमगार्ड्स की भर्ती नहीं हुई है. इसकी वजह से मौजूदा समय में कार्यरत तकरीबन 25 हजार होमगार्ड आगामी पांच सालों में रिटायर्ड हो जाएंगे, जिससे कर्मचारियों का बड़ा संकट हो जाएगा. 2011 में जारी शासनादेश के मुताबिक, होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती साल में दो बार करने का प्रावधान किया गया था. हर साल के 31 मार्च और 30 सितंबर को रिक्तियों के सापेक्ष भर्तियां करने का नियम था. सीधी भर्ती करने का अधिकार विभागीय चयन समिति को दिया गया था.


भर्तियां नहीं होने से बिगड़े हालात
सालों से होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती नहीं होने से हालात अब बिगड़ने लगे हैं. केंद्र सरकार ने यूपी होमगार्ड संगठन के लिए 1,18,348 स्वयंसेवकों की संख्या स्वीकृत की है, जिसके मुकाबले मौजूदा वक्त में केवल 75,808 होमगार्ड्स ही कार्यरत हैं. इनमें से 38,072 की उम्र 50 से 60 साल के बीच है. बीते एक साल के भीतर 5 हजार से ज्यादा होमगार्ड रिटायर्ड हो चुके हैं. कई मौकों पर होमगार्ड स्वयंसेवकों ने अपनी उपयोगिता और कार्यक्षमता का लोहा मनवाया है. जिसकी वजह से दशकों पुरानी व्यवस्था को खत्म कर नए तरीके से भर्ती होगी.