लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 में अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर ठगी करने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने नकल के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार रविवार 25 अगस्त को यूपी एसटीएफ ने ठगी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य दयाशंकर यादव को गिरफ्तार किया है. 


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गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रयागराज के गढ़चम्पा मऊआइमा निवासी के रूप में हुई है. आरोपी के पास से एक मोबाइल, एक अभ्यर्थी के एडमिट कार्ड की फोटो कॉपी और पांच हजार रुपये नकदी बरामद हुए हैं. 


कैसे और कहां किया गिरफ्तार
बता दे कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 में नकल पर ठगी का मामला सामने आया था. इसके बाद से परीक्षा को रद्द भी करना पड़ा था. इस मामले में आरोपियों की धरपकड़ को लेकर यूपी एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी. इसी क्रम में रविवार 25 अगस्त को पुलिस की टीम प्रयागराज के थाना क्षेत्र मऊआइमा में गश्ती कर रही थी. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि ठगी करने वाले गिरोह का एक सक्रिय सदस्य दयाशंकर यादव, रामफल इनारी चौराहे से मलखानपुर जाने वाली रोड के पास मौजूद है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की और आरोपी दयाशंकर यादव को गिरफ्तार कर लिया. 


ठगी का किया खुलासा
Stf द्वारा पूछताछ पर अभियुक्त दयाशंकर यादव ने बताया कि वह और अभिताभ मिश्रा मिलकर अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओें में अभ्यर्थियों को पास कराने का वादा करते थे और अभ्यर्थियों से पहले ही 2-2 लाख रूपए लेकर ठगी करते हैं. इतना ही नहीं पूछताछ में यह भी पता चला कि वह अभ्यर्थियों से कहते थे कि पश्न पत्र में जो भी प्रश्न का उत्तर ना आए उसे छोड़ दे और बाकि के उत्तर लिख दे. हम लोगों की परीक्षा कराने वाली एजेंसी से सेटिंग है और बाद में उत्तर पुस्तिका में एजेंसी के माध्यम से सही उत्तर लिखवाकर पास करा देगें. ऐसा झूठ कहकर हम लोग अभ्यर्थियों को झांसे मे लेकर पैसा लिया करते थे. 


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