वाराणसी: आजमगढ़-वाराणसी रेल मार्ग का आखिरकार फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा कर लिया गया है. इस बाबत इंजीनियरों ने इसके लिए एक खाका भी तैयार कर लिया जिसके तहत रेलवे लाइन बिछाने का काम किया जाएगा. आजमगढ़ से आगे गोरखपुर के नेटवर्क से इस रेल मार्ग को जोड़ा जाएगा. इसके लिए इंजीनियरों ने 89 किलोमीटर की नई रेललाइन बिछाने का खाका तैयार किया है. यह रेललाइन तैयार हो जाने के बाद वाराणसी से आजमगढ़ की ट्रेन से कुल दूरी 95 किमी रह जाएगी और किराए के तौर पर प्रति यात्री करीब 65 रुपये खर्च करने होंगे. 


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प्री सर्वे के बाद फाइनल सर्वे
प्री सर्वे के बाद आखिरकार फाइनल सर्वे कर लिया गया और इस तरह परियोजना डीपीआर की ओर बढ़ने लगी है. ऐसी उम्मीद है कि एक हजार करोड़ से ऊपर का बजट भी परियोजना को आने वाले बजट मिल जाएगा. सठियांव (आजमगढ़) और दोहरीघाट (मऊ) के बीच जो बिछने वाला 34 किमी का रेलखंड है वो भी परियोजना के अतर्गत ही होगा. पहले से ही बनाए जा रहे 1319 करोड़ की लागत वाले दोहरीघाट-सहजनवा (गोरखपुर) रेलखंड से जुड़कर विकास नई राह बलिया, गाजीपुर, मऊ वासियों के लिए खुल पाएगी. 


रोडमैप 
सराय रानी रेलवे स्टेशन से औड़िहार को जोड़ने के लिए नई रेललाइन बिछाने की योजना है, यह नई रेललाइन 55 किमी. की होगी. सराय रानी से यह आठ किमी. दूर आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पहले से जुड़ चुका है. वहीं, पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस मंडल के तहत वाराणसी सिटी स्टेशन से औड़िहार स्टेशन पहले जुड़ा है, इनके बीच की दूरी 32 किमी. है. वाराणसी और गोरखपुर रेल नेटवर्क से जैसे ही आजमगढ़ जुड़ेगा, उसके विकास के नये आयाम खुलेंगे.


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