लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जो भी नौकरी का इंतजार कर रहे उनके लिए अच्छी खबर है. यूपी में नए साल पर बंपर भर्ती निकाली जा रही है. सहकारिता विभाग व सहकारिता की संस्थाओं में साल 2024 में खाली पदों को भरा जाएगा. विभाग व संस्थाओं से खाली पदों की नवीनतम आंकड़ों के साथ डीटेल मांगी गई है. शासन स्तर पर सभी प्रकार के डीटेल जुटाने पर भर्तियों के लिए अधियाचन भेजा जाएगा. पहले तैयार किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सहकारिता क्षेत्र की बैंकों यूपी कोआपरेटिव बैंक, 50 जिला सहकारी बैंकों के साथ ही यूपी सहकारी ग्राम्य विकास बैंक में लगभग पांच हजार पद खाली हैं. पैक्सों मं बड़े पैमाने पर पदों को भरा जाना है. इसमें लगभग 20 हजार कार्मिकों का पद भरे जाने के आसार हैं. 


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बैंकों में खाली पदों के बारे में 
बैंकों में लिपिक, कैशियर, कनिष्क शाखा प्रबंधक के साथ ही चतुर्थ श्रेणी के ज्यादातर पद खाली है. यहां तक की तमाम जिलों में सप्ताह में तीन या चार दिन जिला सहकारी बैंकों की शाखाएं ओपन हो रही है. एक-एक कार्मिक की जिम्मेदारी परशाखाएं चल रही है. ऐसी स्थित में भी जब भी भर्ती की तैयारी शुरू होते ही भर्ती प्रक्रिया के लिए सहकारिता विभाग के उच्चाधिकारियों ने तब तब फाइल आगे नहीं बढ़ाई, अड़ंगेबाजी की जाती रही और इस तरह सहकारी बैंकों में लगभग पांच हजार पद खाली हैं. 


पैक्सों में ही भरे जाएंगे पद 
6700 प्रारंभिक कृषि ऋण समिति में से हर एक समिति में कार्मिकों की कमी चल रही है. लगभग 5000 कर्मचारी तैनात हैं. ध्यान देने वाली बात है कि पैक्सों को सरकार के द्वारा बहु उद्देश्यीय बना रही है. हर एक गांवों में नये पैक्स खोलने की योजना पर काम किया जा रहा है. अनुमान है कि पैक्सों के सचिव और आंकिक के ही भरे जाने हैं और इसके लिए 20 हजार से ज्यादा पदों को भरना है. जानकारी दे दें कि 2016 के बाद से कोई भी भर्ती सहकारिता की संस्थाओं में नहीं की गई है. अब सहकारी संस्थाओं में खाली पदों को जल्द ही भरा जाएगा. कार्मिकों की भर्ती सहकारी बैंकों में आईबीपीएस के जरिए की जाएगी. आईबीपीएस से करार हो चुका है. प्रदेश सरकार पर इन भर्तियों से कोई भी अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आने वाला है.


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