कौन है अभिषेक सिंह बाबू, लखनऊ के रिटायर्ड पुलिस अफसर का बेटा मुख्तार अंसारी के लिए चलाता था पूरा गैंग
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद भी उसके गुर्गों के हौसले बुलंद दिख रहे हैं. शुक्रवार को जमानत पर रिहा हुए मुख्तार के करीबी अभिषेक सिंह बाबू की गुंडागर्दी का मामला सामने आया. उसे जेल से लेने सैकड़ों की संख्या में समर्थक पहुंच गए. सड़क पर जाम लग गया.
लखनऊ: माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद भी उसके गुर्गों के हौसले बुलंद दिख रहे हैं. शुक्रवार को जमानत पर रिहा हुए मुख्तार के करीबी अभिषेक सिंह बाबू की गुंडागर्दी का मामला सामने आया. उसे जेल से लेने सैकड़ों की संख्या में समर्थक पहुंच गए. सड़क पर जाम लग गया. इसका वीडियो वायरल हो गया है, जिसके बाद अभिषेक सिंह बाबू समेत उसके गुर्गों के ऊपर गोमती नगर विस्तार थाने में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.
कौन है अभिषेक सिंह बाबू
अभिषेक सिंह उर्फ बाबू लखनऊ का रहने वाला है. वह रिटायर्ड डिप्टी एसपी का बेटा है. लखनऊ से ही उसने बीटेक किया लेकिन करियर के तौर पर उसने जरायम की दुनिया में जाने का फैसला किया. लखनऊ में ही उसने मुख्तार अंसारी के नाम पर नेटवर्क तैयार किया और रंगदारी, जमीनों पर अवैध कब्जा करने लगा. अभिषेक पर हत्या के प्रयास, रंगदारी जैसे संगीन अपराधों के मुकदमें दर्ज हैं.
करोंड़ों का काला साम्राज्य
अभिषेक सिंह उर्फ बाबू की गिनती मुख्तार अंसारी करीबियों में होती है. मुख्तार के समय बाबू की तूती बोलती थी. उसके नाम की दहशत से लोग कांपते थे. मुख्तार अंसारी के लिए वह पूरा गिरोह चलाता, उसके गिरोह में 18 साल से 35 साल तक के मनबढ़ किस्म के युवक जुड़े हैं. उत्तरी जोन में मजबूत पकड़ मानी जाती है. साल 2020 में पुलिस ने मुख्तार अंसारी के करीबी अभिषेक सिंह के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. पुलिस के मुताबिक अभिषेक सिंह ने अपनी दबंगई से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की.
शुक्रवार को जमानत पर हुआ था रिहा
अभिषेक सिंह उर्फ बाबू गैंगस्टर मामले में जेल में बंद था. शुक्रवार को उसे जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया. इस दौरान अभिषेक सिंह बाबू को रिसीव करने के लिए सैकड़ों गाड़ियों से उसके समर्थक पहुंच गए. बताया गया कि काफिले की वजह से सड़क की दोनों तरफ जाम लग गया था. अभिषेक सिंह के काफिले का वीडियो भी वायरल हो गया है. जिसके बाद गोमती नगर विस्तार थाने में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.