अतुल मिश्रा/बांदा : बांदा जेल में बंद माफ‍िया मुख्तार अंसारी की अचानक बीती देर रात तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में भर्ती कराया गया. मेडिकल कॉलेज में उसका उपचार चल रहा है. माफ‍िया के घर वालों को जानकारी हुई तो मंगलवार को मुख्‍तार का भाई अफजाल अंसारी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए. साथ में मुख्‍तार की बहू और बेटे भी थे. इस दौरान अफजाल अंसारी ने बांदा जेल में खाने में जहर देने के मामले में चौंकाने वाले खुलासे किए. 


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जेल में स्‍लो प्‍वाइजन देने का आरोप 
अफजाल अंसारी ने बताया कि अभी मुख्‍तार की हालत सामान्‍य है. पेट में सूजन आ गई है. उन्‍होंने कहा कि सातवीं बार मुख्तार अंसारी मौत के मुंह से बचे हैं. स्लो प्वाइजन देने की बात पर अफजाल अंसारी ने कहा कि वर्दी वाले और बेवर्दी वाले सभी दबाव में हैं. ऊपर वाले पर हमें भरोसा है. अफजाल अंसारी ने सीधे तौर योगी सरकार और जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 


40 दिन पहले डिप्‍टी जेलर की भी तबीयत हो गई थी खराब 
अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्‍तार को खाने में स्वीट प्वाइजन दिया गया है. उनके खिलाफ किया गया षड्यंत्र एक बार फ‍िर बेअसर साबित हुआ है. इसी मेडिकल कॉलेज में 40 दिन पहले मामला आया था जो खाना चेक करके परोसता था, उसको भी एडमिट किया गया था. बांदा जेल के डिप्टी जेलर भी बुरी तरह से बीमार हो गए थे. 


पिता ने परेशानियों को बताया है 
वहीं, मुख्‍तार के बेटे अब्बास अंसारी ने कहा कि उनकी कहानी खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन एक बार फ‍िर असफल हुए हैं. अब्‍बास ने कहा कि पिता ने अपनी परेशानियों के बारे में बताया है. बेटे अब्‍बास ने कहा कि जेल में उन्‍हें मीठा जहर दिया जा रहा है. इसके चलते 40 दिन बाद उन्‍हें यह अटैक आया है. इसी के चलते कब्ज और पेट में दर्द है. हम लोग शुक्रगुजार हैं कि समय से उन्हें इलाज दिलाया गया है. 


पिता से मिलने नहीं दिया गया 
वहीं उमर अंसारी ने कहा कि उसको पिता से मिलने नहीं दिया गया है. जेल प्रशासन द्वारा दो लोगों को ही मिलने का आदेश दिया गया था. यहां तक की शीशे के बाहर से भी नहीं देखने दिया गया. उमर अंसारी ने कहा कि मैं 900 किलोमीटर से चलकर आया हूं. बावजूद पिता से मिलने नहीं दिया गया है. उम्मीद है कि हमें न्यायालय से न्याय मिलेगा, ऊपर वाले पर भरोसा है. उमर ने कहा मेरी उम्र 26 साल है, 25 साल बिना पिता के गुजारा हूं. 


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