गाजियाबाद : तीन तलाक कहकर पत्‍नी को तलाक देने के लिए कहना एक पति पर भारी पड़ गया. इसके बाद हुई पंचायत ने तीन तलाक कहने वाले शख्‍स को ही घर से निकालने का फरमान सुना दिया. मामला गाजियाबाद के मुरादनगर का है.


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जानकारी के मुताबिक पंचायत ने तीन तलाक देने पर महिला के बदले पति को ही घर से निकालने का फरमान सुना दिया. इलाके में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. महिला छह बच्चों की मां है. हालांकि पति ने तलाक देने की बात से इनकार किया है. इलाके में यह मामला चर्चा विषय बना हुआ है.


मुरादनगर में रहने वाला एक शख्‍स पेशे से राज मिस्‍त्री है. उसके परिवार में पत्‍नी और छह बच्‍चे हैं. पति के नाजायज संबंधों को लेकर पत्‍नी को उस पर शक था. इसके चलते दोनों में आए दिन विवाद होता रहता है. एक सप्‍ताह पहले भी दोनों के बीच हुए विवाद में पति ने पत्‍नी से मारपीट के दौरान तीन बार तलाक कह दिया.


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महिला ने पति की तरफ से तीन तलाक कहने पर विरोध करते हुए अपने परिजनों को बुला लिया. इस मामले को लेकर समाज के लोगों ने पंचायत बुलाई. पंचायत में महिला के आरोप सही साबित होने पर पंचों ने फैसला सुना दिया. पंचों ने फैसला सुनाया कि दंपति के मकान में पति के बजाए महिला और उसके छह बच्चे रहेंगे.


पति को तुरंत घर से बाहर निकले. हालांकि पंचायत में पति तीन तलाक कहने की बात से मुकर गया. सूत्रों के मुताबिक पंचायत में मौजूद बुजुर्गों ने माना कि पति ने सबके सामने तलाक दिया था. पंचायत का फरमान बिरादरी में नज़ीर बनने के लिए दिया गया है. पुलिस इस मामले की जानकारी से इनकार कर रही है.