Meena Kumari Birthday: भारतीय सिनेमा की ट्रेजेडी क्वीन के नाम से महसूर मीना कुमारी का आज यानि 1 अगस्त को जयंती मनाई जा रही है. मीना हमेशा से ही अलग अपने अंदाज के लिए जानी गई है. आज भी मीना के आंखों के मेकअप से लेकर उनके अनोखे हेयर स्टाइल तक उन्हें याद किया जाता है. बीते जमाने में मीना को उनकी कई फिल्मों जैसे पाकीजा, साहिब बीवी और गुलाम के लिए भी याद किया गया है.  33 साल के करियर में ही मीना कुमारी ने अपनी बेहतरीन संवाद, अदायगी, मजबूत स्क्रीन उपस्थिति और विभिन्न भावनाओं को चित्रित करने की क्षमता के लिए काफी लोकप्रियता हासिल की थी. 


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माता-पिता ने सीढ़ियों पर छोड़ा 
मीना के बारें में बताया जाता है कि उनका जब जन्म हुआ था तो उनके माता पिता उनको मुस्लिम यतीमखाने के बाहर सीढ़ियों पर छोड़ कर जाने लगे थे. क्योंकी उनके पास डॉक्टर को देने के लिए पैसे नहीं थे. वे दोनों मीना को वहीं छोड़ जब जाने भी लगे थे उसी वक्त उनके पिता का मन नहीं माना और उन्होंने मीना को गोद में उठा लिया और घर ले आए. 


7 साल की उम्र में रखा सिनेमा में कदम 
मीना ने फिल्मों में 7 साल की छोटी उम्र में ही कदम रख दिया था. बेबी मीना के नाम से पहली बार फिल्‍म ‘फरजद-ए-हिंद’ में वे नजर आईं.  इसके बाद लाल हवेली,अन्‍नपूर्णा,सनम,तमाशा आदि कई फिल्‍में भी मीना ने की. लेकिन उन्‍हें स्‍टार बनाया 1952 में आई फिल्‍म ‘बैजू बावरा’ ने.  इस फिल्‍म के बाद मीना कुमारी लगातार शोहरत की बुलंदियां चढ़ती गईं. 


सहना पड़ा था हलाला का दर्द 
इसके बाद मीना ने 18 साल की उम्र में ही दो बार शादी कर चुके कमाल अमरोही से निकाह कर लिया. बताया जाता है कि कमाल उस वक्त तक स्टार फिल्ममेकर बन चुके थे. हालांकि शादी के बाद भी मीना की जिंदगी बिल्कुल भी आसान नहीं रही. एक समय ऐसा भी आया था, जब गुस्से में एक्ट्रेस की पति कमाल ने तालक दे दिया था. इसके बाद कमाल को अपनी ग़लती का एहसास हुआ और वो मीना के पास वापस लौट आए. लेकिन मुस्लिम धर्म में तलाक के बाद पुराने शौहर के पास वापस जाने के लिए हलाला से होकर गुजरना पड़ता है. ऐसे में मीना को भी हलाला के दर्द से गुजरना पड़ा था.     


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