यमुना किनारे बसेगा नया `मथुरा वृंदावन`, दिल्ली-नोएडा के नजदीक होगा सपनों का ये शहर
UP Heritage City: उत्तर प्रदेश के लोगों को भी बहुत जल्दी हेरिटेज सिटी का लाभ मिलने जा रहा है. जिस प्रकार राज्य में नोएडा का विकास हो रहा है. ठीक उसी प्रकार सरकार अब बाकी शहरों का भी विकास करने पर जोर दे रहा है.
यमुना किनारे बसेगा नया मथुरा वृंदावन, दिल्ली-नोएडा के नजदीक होगा सपनों का ये शहर
हेरिटेज सिटी
हेरिटेज सिटी एक ऐसा शहर जहां पर लोगों को सारी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलती हैं. यूपी में जैसे नोएडा रोजाना विकास के नए आयाम छू रहा है. ठीक उसकी प्रकार यमुना विकास प्राधिकरण ने एक और शहर को विकसित करने की परियोजना पर काम करना शुरू कर दिया है.
मथुरा
उत्तर प्रदेश के पौराणिक शहर मथुरा में भी यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के द्वारा एक हेरिटेज सिटी बनाने का प्रस्ताव रखा है. इस स्कीम के अंतर्गत राया नागरिक केंद्र के अंतर्गत पूरे इलाके का विकास किया जाएगा. यह यमुना एक्सप्रेसवे मास्टर प्लान 2031 का हिस्सा है.
6300 करोड़ की लागत
इस परियोजना के लिए तकरीबन 6300 करोड़ रुपये की लागत लगेगी. यह हेरिटेज सिटी यमुना एक्सप्रेसवे के 101वें मीलपत्थर से वृंदावन से बांके बिहारी मंदिर को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे 6.9 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे किनारे बसाई जाएगी.
735 एकड़ जमीन
सीबीआरई के अधिकारियों के अनुसार परियोजना के लिए लगभग 735 एकड़ जमीन पर विकास किया जाएगा. छेत्र के विकास के लिए विभिन्न इमारतों को बनाया जाएगा. परियोजना 3 चरणों में लगभग 10 साल लगने की संभावना है. जहां पहला और दूसरा चरण 3-3 साल में पूरे होंगे.
क्या-क्या होगा
हेरिटेज सिटी में विभिन्न इमारतों में हेरीटेज सेंटर, योग वेलनेस सेंटर, कन्वेंशन सेंटर, होटल स्थानीय कला, शिल्प के लिए हॉट विकास और पर्यटन रिटेल केंद्र का निर्माण किया जाएगा. इस परियोजना के अंदर विकास क्षेत्र के 12 गांव आएंगे.
पीपीपी मॉडल आधारित
यह एक पीपीपी मॉडल आधारित परियोजना है. जिसके अंदर सार्वजनिक भागीदारी के साथ निजी हिस्सा भी रहेगा. जिसके अंदर परियोजना के लिए प्राधिकरण जमीन उपलब्ध करवाएगा. तो वहीं कंपनी को वार्षिक प्रीमियम देगी.
पर्यटन
हेरिटेज सिटी बनने के साथ ही पूरे इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. जिसके चलते स्थानीय के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था और भी मजबूत होगी.
इलेक्ट्रिक बसें
राया के इस हेरिटेज सिटी में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होगा. आपको बता दें कि बस डिपो का निर्माण 14 एकड़ में प्रस्तावित है. प्रशासन के इस फैसले से वायु प्रदूषण की समस्या से लड़ने में मदद मिलेगी. प्राधिकरण के अनुसार गांव बेगमपुर के पास 12 हेक्टेयर में पार्किंग भी बनाई जाएगी.
काम चालू
पूरी परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए यमुना विकास प्राधिकरण की तरफ से एक खास प्लान तैयार किया गया है. प्लान बनाने के बाद प्राधिकरण की तरफ से इसके ऊपर काम की भी शुरूआत कर दी गई है. इस सिटी में खूसबसूरत ग्रीन जोन के साथ रिवर फ्रंट भी बनाया जा सकता है.