Radha Ashtami 2024: राधाष्टमी पर अष्टदल कमल में विराजमान राधारानी, धारण करेंगी हीरे जड़ित पोशाक व 80 लाख के गहने
Radha Ashtami Festival: आने वाले 11 सितंबर को राधाष्टमी है और इस मौके पर लाखों श्रद्धालु बरसाना पहुंचेंगे. 10 सितम्बर से ही श्रद्धालुओं का आगमन राधा की नगरी में होने लगा है. इस बार गहरवन की परिक्रमा राधा अष्टमी पर नहीं होगी. जन्मोत्सव पर राधाजी को बेशकीमती पोशाक व आभूषण धारण करवाए जाएंगे.
Radha Ashtami celebration in Mathura Vrindavan मथुरा: कृष्णप्रिया राधारानी का भव्य जन्मोत्सव का आयोजन 11 सितंबर 2024 को बरसाना में होने वाला है. इस उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा जिसे लेकर लेकर तैयारियां जोरोंशोरों से चल रही है. जन्म के बाद शृंगार आरती पर सोने-चांदी के साथ ही हीराजड़ित पीले रंग की पोशाक राधारानी धारण करने वाली हैं. राधारानी के लिए जो पोशाक तय की गई है उसकी कीमत लाखों रुपये में है, ऐसी जानकारी है कि राधारानी को लाखों रुपये के गहने भी धारण करवाए जाएंगे. एक ओर पुलिस प्रशासन व्यवस्था को बेहतर करने में जुटा है तो वहीं मंदिर प्रशासन की ओर से राधारानी के जन्मोत्सव को लेकर तैयारी पुख्ता की जा रही हैं.
दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है बरसाना
राधा जन्मोत्सव पर पूरा बरसाना दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. वहीं मंदिर प्रशासन भी पूरे मंदिर परिसर को साफ करवा रहा है. सीढ़ियों पर रेलिंग लगाने काम किया जा रहा है. 11 सितंबर को भोर में चार बजे राधारानी का जन्म होगा जिसे लेकर सेवायतों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. जन्म के बाद राधारानी को जिस सोने-चांदी हीरे से जड़ित पीले पोशाक को धारण करवाया जाएहा वह फर्रुखाबाद से बनकर आई है. जिसकी कीमत करीब पांच लाख रुपये होने की जानकारी है.
राधारानी के ये होंगे गहने
हाल ही में राधाकृष्ण को हीरे का हार नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन बलराज चौधरी द्वारा भेंट किया गया था जिसकी कीमत 22 लाख रुपये बताई जा रही थी. वहीं जन्म के बाद शृंगार आरती के समय करीब 80 लाख रुपये के सोने के आभूषण राधाकृष्ण को धारण करवाया जाएगा. जिसमें सोने की चंद्रिका, सोने की पाटिया से लेकर सोने का हार, हीरे का हार, सोने की चूड़ियां, सोने के कुंडल व सोने की नथ और कमर बंद जैसे गहने राधारानी धारण करेंगी. श्रीकृष्ण को इस दौरान मुकुट सरपेच सोने का, कंठा सोने का इसके साथ ही मटर माला सोने की, सोने का मुकुट व काडूला सोने के, पैरों पाजेब सोने के और बाजू बंद सोने के के साथ ही कुंडल सोने के, नथ सोने की, इसके अलावा बंशी सोने की, लकुट सोने की और ऐसे ही कई गहने धारण कराए जाएंगे.
दो बजे से मंगल बधाई गायन
सेवायत दीपक गोस्वामी ने जानकारी दी है कि मंदिर परिसर में 11 सितंबर की रात्रि दो बजे मंगल बधाई गायन प्रारंभ हो जाएगा. गर्भगृह में राधारानी के मूल शांति पाठ जैसे कई औरवैदिक कार्यक्रम जारी रहेंगे. सुबह के चार बजे चांदी की चौकी के साथ ही राधारानी के विग्रह को अष्टदल कमल में विराजमान करवाया और पंचामृत से उनका अभिषेक करवाया जाएगा. यह कार्यक्रम लगभग एक घंटा का होगा.