नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने एससी-एसटी एक्ट के विरोध में 6 सितम्बर को भारत बंद को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने कहा कि एससी-एसीटी एक्ट को लेकर बीजेपी का दोहरा चरित्र सामने आ गया है. भारत बंद पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार (07 सितंबर) को बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे बीजेपी का 'पॉलिटिकल स्टंट' करार दिया है. कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपना जनाधार खिसकता देख बीजेपी पर्दे के पीछे से यह खेल कर रही है.


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उन्होंने कहा कि सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में गुरुवार (06 सितंबर) को सवर्णों ने भारत बंद का आयोजन किया था. देश के अन्य किसी राज्य में इसको लेकर किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी जातियों को बांटना चाहती है.


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दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सवर्ण संगठनों के भारत बंद पर मायावती ने कहा कि बीजेपी ही एससी-एसटी एक्ट को लेकर लोगों में भ्रम पैदा कर रही है. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार के दौरान एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग रोका गया था. हमने इस एक्ट को काफी अच्छे ढंग से पढ़ा है. कहीं पर भी एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा उनकी पार्टी सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की हितैषी है. 


 



 


बसपा सुप्रीमो ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उनकी सरकार में ही पहली बार सवर्णों को आर्थिक रूप से आरक्षण देने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं हुआ और न ही एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग हुआ.


मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. बिना किसी तैयारी के नोटबंदी और जीएसटी लागू कर केंद्र सरकार ने लोगों को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने कहा कि कहा कि बीजेपी की नीतियां आम लोगों के लिए नहीं है. इस दौरान उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि सर्वसाधारण को सर्तक रहने की जरुरत है. आपको बता दें कि 6 सितंबर को एससी/एसटी एक्ट के विरोध में पूरे देश में भारत बंद था.