पारस गोयल/मेरठ: अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) एक बार फिर विवादों में है. महासभा ने मेरठ (Meerut Name) का नाम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे हुतात्मा नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) के नाम पर रखने का ऐलान किया है. दरअसल, हिंदू महासभा ने आगामी नगर निकाय चुनाव (UP Nagar Nikay Chunav 2022) को लेकर ताल ठोक दी है. मंगलवार को महासभा ने निकाय चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया. इसी दौरान संगठन ने यह ऐलान किया कि अगर मेरठ में निकाय चुनाव जीत जाते हैं तो पहला काम मेरठ का नाम बदलकर नाथूराम गोडसे नगर रख जाएगा. 


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शहर के अन्य स्थानों का भी बदला जाएगा नाम 
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा और प्रेस प्रवक्ता अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि महासभा नगर निगम का चुनाव खुलकर लड़ेगी. नगर निगम महापौर, पार्षद, निकायों और पालिका हर स्तर पर महासभा अपना प्रत्याशी उतारेगी. मेरठ में अगर महासभा में प्रत्याशी जीतता है तो जिले का नाम बदलकर नाथूराम गोडसे नगर कर दिया जाएगा. इसके अलावा शहर तथा जिले के विभिन्न स्थानों के इस्लामी नामों को बदलकर हिंदू महापुरुषों के नाम पर रखा जाएगा. 


हिंदू महासभा के घोषणा पत्र में क्या है? 
महासभा के घोषणा पत्र के मुताबिक, संगठन का पहला काम भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना और उसके बाद गौ माता की रक्षा करना होगा. वहीं, तीसरे नंबर पर भारत में हो रहे धर्मांतरण जैसे मुख्य मुद्दों पर काम करना और बढ़ती इस्लामी तुष्टीकरण की राजनीति के खिलाफ कदम उठाना होगा. संगठन के मुताबिक इन चीजों को खत्म करना होगा. अभिषेक अग्रवाल ने आगे कहा कि चुनाव के लिए देशभक्त उम्मीदवारों की पहचान की जाएगी. प्रत्याशियों को एक वचन देना होगा कि वह संगठन की सोच और नीतियों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. 


हिंदू महासभा के कार्यालय में है नाथूराम गोडसे, नारायण आप्टे की मूर्ति 
बता दें कि जिले के शारदा रोड पर हिंदू महासभा का कार्यालय बना है. जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर बना है. इस मंदिर में नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे की मूर्तियां लगी हैं, जिनकी संगठन के लोग रोजाना पूजा, आरती करते हैं. उन्हें अपना आराध्य मानते हैं. महासभा कार्यालय में पुलिस का पहरा होता है.