कुलदीप चौहान/ बागपत: खेतो में घूमते दिख रहे एक खुंखार तेंदुए ने किसानों में दहशत फैला दी है. इस खतरनाक तेंदुए को देखने के बाद कोई भी किसानों खेतो में जाने को तैयार नहीं है. मामला रमाला थाना क्षेत्र का है जहां थल गांव में रहने वाले किसान ने अपने खेतो में काम करने के दौरान गन्ने के खेतो में घूमता हुआ एक तेंदुआ देखा. पास के खेत में काम कर रहे युवक ने उसे कैमरे में कैद कर लिया. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को अपलोड करने के बाद खूब शेयर किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कुछ ही घंटों में यह वीडियो वायरल हो गया था. वहीं ग्रामीणों ने तेंदुए की दस्तक देने की सूचना वन विभाग को दी, लेकिन सूचना मिलने के बाद भी वन विभाग ने जंगलो में अभी तक पिंजरा नहीं लगाया है. दरअसल आपको बता दें कि जनपद में तेंदुए की दस्तक है लेकिन वन विभाग लापरवाह बना हुआ है. आपको बता दें कि दो दिन पूर्व भी बिनोली थाना क्षेत्र के जंगलो में एक तेंदुआ शिकारियों द्वारा लगाए गए कब्जे में फंस गया था. 


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50 से अधिक गांवों में तेंदुए की दहशत 
एक के बाद एक तेंदुआ आने की सूचना से यह साफ जाहिर होता है कि अभी भी बागपत जनपद के कृष्णा व हिंडन नदी के किनारे बसे खपराना, शाहपुर बाणगंगा, गल्हैता, बरनावा, रंछाड सहित तकरीबन 50 से अधिक गांवों के लोग दहशत में है, क्योंकि आए दिन अलग-अलग जगहों पर तेंदुआ देखे जाने की सूचना वन विभाग को मिल रही है, लेकिन अफसर बिल्ली बताकर हर बार पल्ला झाड़ लेते हैं. जब वन विभाग का तेंदुए से सामना होता है तो वन विभाग बेबस नजर आता है. 


जनपद में सिर्फ 6 वन रक्षक व 5 वन दरोगा 
विभागीय रिकार्ड के अनुसार जनपद बागपत में मात्र छह वन रक्षक हैं, जबकि 20 वन रक्षकों की आवश्यकता है. बात यदि वन दरोगा की करें तो मात्र 5 वन दरोगा हैं, जबकि जरूरत 15 वन दरोगा की है. इसके अलावा जनपद में 2 वन क्षेत्राधिकारी सहित एक डीएफओ है. विभाग के पास मात्र एक पिंजरा है, जो काफी जर्जर है.