मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा!, किसी ने खुद ही भर ली मांग तो कुछ ने सात फेरे लेने से किया इनकार
Jhansi News : सम्मेलन में सबसे पहले वर-वधु को मंच के पास बुलाया गया. इसके बाद समाज कल्याण अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में वर-वधु ने एक दूसरे को जयमाला पहनाने के बाद सभी जोड़ों को अग्नि के सात फेरे के लिए बुलाया गया. इस दौरान कई जोड़ों ने सात फेरे लेने से इनकार कर दिया
Jhansi News : यूपी के झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां किसी ने खुद ही मांग भर ली तो किसी ने सात फेरे ही नहीं लिए. वहीं, नई नवेली दुल्हन का कहना है कि यहां तो सिर्फ दिखावे के लिए शादी कर रही हैं. असल शादी तो धूमधाम से होगी. खास बात यह है कि यह सबकुछ जिम्मेदार अफसरों के सामने होता रहा और वह मूकदर्शक बनकर देखते रहे.
96 जोड़ों की कराई गई शादी
दरअसल, बुंदेलखंड महाविद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान 96 जोड़ों की शादी संपन्न करा दी गई. लेकिन शादियां हिंदू रीति रिवाज के साथ न करके महज खाना पूर्ति की गई है. शादी करने आया दूल्हे संदीप ने बताया कि अभी सामूहिक विवाह में जय माला कर लिया है, लेकिन शादी अगले महीने करेंगे.
दिखावे के लिए कर ली शादी
सम्मेलन में सबसे पहले वर-वधु को मंच के पास बुलाया गया. इसके बाद समाज कल्याण अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में वर-वधु ने एक दूसरे को जयमाला पहनाने के बाद सभी जोड़ों को अग्नि के सात फेरे के लिए बुलाया गया. इस दौरान कई जोड़ों ने सात फेरे लेने से इनकार कर दिया तो कई नहीं खुद ही मांग में सिंदूर भर लिया. शादी की सभी रस्म हो ही रही थी कि कुछ जोड़े दूर जाकर बैठ गए.
... तो दोबारा हो जाएगी शादी
जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि ये सब दिखावे के लिए है. अगले महीने धूमधाम से शादी की जाएगी. सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए फार्म भर दिया था. अधिकांश जोड़ों का कहना था कि सिर्फ वरमाला पहना दी है. अगर सात फेरे लेंगे तो दूसरी शादी हो जाएगी. वहीं, पूरे मामले में जिला समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव कहा कहना है कि इस तरह के किसी जोड़े के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है.