UP Nikay Chunav 2023: हरदोई में क्या दोबारा मिलेगी सुख सागर मिश्र को नगरपालिका की कमान, सपा और बसपा ने इस मुद्दे पर घेरा
Nagar Palika Chunav: हरदोई में पिछली बार सुखसागर मिश्रा ने सपा की टिकट पर चुनाव जीता था, इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. इस बार सपा और बसपा उन पर दलबदलू होने का आरोप लगा रहे हैं. सवाल है कि क्या अब बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान में उतरे सुखसागर शहर की जनता का भरोसा जीत पाएंगे या किसी नये चेहरे को मौका मिलेगा.
आशीष द्विवेदी/हरदोई : नगर निकाय चुनाव को लेकर नगर पालिका परिषद हरदोई में इस बार रोचक मुकाबले के आसार हैं. हर प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं. हरदोई नगर पालिका परिषद चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेनिंग में जुटे हैं. मुख्य मुकाबला भाजपा, सपा और बसपा के बीच होने की उम्मीद है. पिछले 2017 नगर निकाय चुनाव में हरदोई नगर पालिका परिषद से समाजवादी पार्टी से सुखसागर मिश्र मधुर ने सपा के टिकट पर जीत हासिल की थी. सपा और बसपा प्रत्याशी निवर्तमान चेयरमैन पर हमलावर हैं. लोगों के बीच जाकर शहर की समस्याओं से निजात दिलाने का वादा कर रहे हैं.
भाजपा प्रत्याशी सुख सागर मिश्र मधुर पिछले पांच साल में कराए गए विकास कार्यों का बखान कर रहे हैं और आने वाले समय में लोगों को अन्य समस्याओं से निजात का जनता को भरोसा दिलाने में जुटे हैं. शहर में जाम,अतिक्रमण,जलभराव,सीवर लाइन और आवारा गोवंश की समस्याएं प्रमुख हैं. सपा बसपा प्रत्याशियों का कहना है कि शहर में निवर्तमान चेयरमैन ने कोई विकास कार्य नहीं कराया है. अगर विकास हुआ है तो सिर्फ चेयरमैन का जबकि शहर की जनता समस्याओं से जूझ रही है. शहर में अमृत योजना के तहत डाली गई पाइप लाइन के चलते गलियां खुद ही पड़ी है. आवारा गोवंश सड़क पर घूमते रहते हैं. हल्की बरसात में शहर जल मन हो जाता है. शहर में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है और सीवर लाइन को लेकर भी कोई प्लान तैयार नहीं किया गया है इसकी मांग काफी समय से उठती रही है. इन समस्याओं को लेकर शहर के बाशिंदे भी मुखर हैं. लोगों की मांग है कि आने वाले समय में जो भी चेयरमैन बने वो इन समस्याओं का हल करे.
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हरदोई नगर पालिका में 108615 मतदाता है,जिनमें 55978 पुरुष और 52733 महिला मतदाता हैं. शहर में कुल 26 वार्ड हैं. मुकाबला प्रमुख रूप से भाजपा,सपा और बसपा के बीच होने की उम्मीद है।विगत 2017 चुनाव में समाजवादी पार्टी से सुखसागर मिश्र मधुर ने भाजपा प्रत्याशी पारुल दीक्षित को चुनाव में हराया था. हालांकि चुनाव जीतने के बाद सुख सागर मिश्र मधुर भाजपा में शामिल हो गए थे. इस बार बीजेपी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में सपा और बसपा प्रत्याशी बीजेपी प्रत्याशी पर विकास कार्य न कराए जाने का आरोप लगाते हुए हमलावर हैं तो भाजपा प्रत्याशी पिछले पांच साल में कराए हुए कार्यों का बखान कर जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे हैं. नेताओं के इन दावों और वादों के बीच शहर की जनता को इन जन समस्याओं से कब निजात मिलेगी यह बड़ा सवाल है.
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