मयूर शुक्ला/लखनऊ : नगर निकाय चुनाव होने में अभी वक्त है, लेकिन उससे पहले ही आवारा पशुओं का मुद्दा एक बार फिर से गरमाने लगा है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर आरोप लगाया है कि इनकी सत्ता आने के बाद से किसान बेहाल है. आवारा पशुओं के हमले लगातार किसानों और आम जनता की जान ले रहे हैं. इतना ही नहीं इन आवारा पशुओं ने फसल रौंदकर किसानों की कमर तोड़ दी है. 


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वादा निभाने में नाकाम रही सरकार 
जहां एक तरफ यूपी की भाजपा सरकार आवारा पशुओं को सही स्थान दिलाने और गौ माता की रक्षा करने को लेकर योजनाएं बनाती है तो वहीं दूसरी तरफ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का मानना है कि भाजपा आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने में पूरी तरह विफल रही है. चुनाव से पहले उन्होंने जो वादा किया था उसे निभा नहीं सकी है. 


प्रधानमंत्री ने भी खुले मंच से किया था वादा 
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी चुनावी जनसभा में आवारा जानवरों की समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया था, लेकिन प्रदेश में स्थिति जस की तस बनी हुई है. आवारा पशुओं के हमले से आम लोग मर रहे हैं, किसान परेशान हैं उनकी फसलों की बर्बादी हो रही है. लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है. 


भाजपा ने सपा अध्‍यक्ष को घेरा 
वहीं, अखिलेश यादव के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता एसएन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि हम तो जानवरों को निराश्रित कहते हैं और उनके आश्रय के लिए संकल्पित हैं, लेकिन यह लोग आवारा बोल रहे हैं सरकार की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया जरा एक बार कोशिश करके देखें तुरंत समाधान न हो तब सरकार की आलोचना करें. समाजवादी पार्टी को हर बात का बाल बनाना आता है उसका समाधान नहीं सोचते.


आम लोगों की जान जा रही
सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने अखिलेश यादव के बयान को सही ठहराते हुए कहा कि यूपी सरकार ने तो झूठा वादा किया है. प्रधानमंत्री ने भी खुले मंच से कहा था कि आवारा पशुओं से निजात दिलाएंगे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ लोगों की जान जा रही है सरकार मौन है. बता दें कि विधानसभा चुनाव में आवारा पशुओं का मुद्दा खूब चरम पर रहा लेकिन अब अखिलेश यादव ने ये संदेश दे दिया है कि आगामी नकार निकाय चुनाव में भी वो इसे भुनाएंगे जरूर.


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