UP Nikay Chunav 2023: इस बार नगर निकाय चुनाव में क्या होंगे मथुरा की जनता के मुद्दे, जाने क्या बोली मथुरा की जनता
जी न्यूज UP/UK के `शहर की सरकार` कार्यक्रम से खास बातचीत में मथुरा के लोगों ने बताया कि मथुरा में सबसे बड़ी समस्या जाम की है. लोगों का कहना है कि सुरक्षा उनके लिए सर्वोपरि है लेकिन...
Mathura Municipal Election2023: नगर निगम चुनाव को लेकर आजकल राजनीतिक पार्टियां पूरी जोर आजमाइश में जुटी हैं. मथुरा जनपद से सभी प्रमुख पार्टियों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. मथुरा में 1 नगर पंचायत और 13 नगर पालिकाओं के लिए चुनाव होना है. सभी राजनीतिक पार्टी अपने विपक्षी को घेरने का चक्रव्यूह रच रहे हैं. सभी प्रत्याशी जनता का मत हासिल करने के लिए जमकर वादे कर रहे हैं. हर पार्टी का प्रत्याशी बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य-चिकित्सा और शिक्षा की बात कह रहा है.
मथुरा जनपद में कोसी एक मात्र नगरपालिका परिषद है. 1 नगर पालिका के अलावा मथुरा में 13 नगर पंचायत (फरह, बलदेव, महावन, गोकुल, राया, बाजना, छाता, बरसाना, नंदगांव, गोवर्धन, सौख, राधाकुंड और चौमुंहा) और 70 वार्ड हैं. 2017 से पहले मथुरा और वृंदावन दो अलग नगर पालिका थे. योगी सरकार ने मथुरा और वृंदावन को एक नगर निगम बना दिया.इस बार भाजपा ने विनोद अग्रवाल को बनाया मेयर पद का प्रत्याशी. प्रमुख विपक्षी दल सपा ने इस बार पं तुलसीराम शर्मा को टिकट दिया है.
इस नगर निकाय में कुल वोट देने वालों की संख्या 9.55 लाख बताई जा रही है. जिसमें लगभग 41 हजार महिला और 51 हजार पुरुष वोटर हैं. पहली बार इस नगर निगम में ईवीएम से वोट किए जाएंगे. कोशी नगरपालिका और 14 पंचायतों में बैलेट पैपर से वोट डाले जाएंगे.
जी न्यूज UP/UK के "शहर की सरकार" कार्यक्रम से खास बातचीत में मथुरा के लोगों ने बताया कि मथुरा में सबसे बड़ी समस्या जाम की है. लोगों का कहना है कि सुरक्षा उनके लिए सर्वोपरि है लेकिन शहर के छोटे- छोटे मुद्दों को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता.
इस बातचीत के दौरन दो दर्शकों ने अपनी कविताएं भी सुनाई
आज की राजनीति की हालत हो गई है इस पर कविता सुनाई
कैसी ये राजनीति हुई है.
ये नीति अब अनीति हुई है.
दाल काली ये सारी हुई है.
कुत्ते बिल्ली की यारी हुई है.
सांप और नेवले लग रहे हैं गले
दिल मिले या ना मिले दल सभी के मिल रहे हैं.
छाछ खट्टी किसी की मिलेगी नहीं
सब जुटाने अपने ढहते किले हैं.
बाप से अब बुआ प्यारी हुई है
कुत्ते बिल्ली की यारी हुई है.
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एक दूसरे दर्शक ने बताया कि आप में से मथुरा के असल मुद्दे की कोई बात नहीं कर रहा है. उन्होंने इस पर कहा कि मैं आपको सुनाता हूं .....
ट्रैफिक जाम हरे
ट्रैफिक जाम हरे
प्रभु ट्रैफिक जाम हरे
शासन, पुलिस, निगम मिल मन मन मोद भरे
ओम ट्रैफिक जाम हरे
कछुक दिना टेम्पू रुकवाए
कछु चालान करे
ई- रिक्शा के रुट बनाए
उनपे ऊधूर पड़े
ओम ट्रैफिक जाम हरे
बाहर की गाडीन ते पार्किंग खूब भरे
बड़े- बड़े टेम्पू गलियन में शीना तान चले
नगर निगम चुनाव को लेकर आजकल राजनीतिक पार्टियां पूरी जोर आजमाइश में जुटी हैं. मथुरा जनपद से सभी प्रमुख पार्टियों ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. मथुरा में 1 नगर पंचायत और 13 नगर पालिकाओं के लिए चुनाव होना है. सभी राजनीतिक पार्टी अपने विपक्षी को घेरने का चक्रव्यूह रच रहे हैं. सभी प्रत्याशी जनता का मत हासिल करने के लिए जमकर वादे कर रहे हैं. हर पार्टी का प्रत्याशी बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य-चिकित्सा और शिक्षा की बात कह रहा है.
सुरक्षा को लेकर सवाल पूछे जाने पर लगभग सभी लोगों की एक ही राय थी कि इस चुनाव में लॉ एंड ऑर्डर भी मुद्दा बन सकता है.
जी न्यूज UP/UK के "शहर की सरकार" कार्यक्रम से खास बातचीत में मथुरा के लोगों ने बताया कि मथुरा में सबसे बड़ी समस्या जाम की है. लोगों का कहना है कि सुरक्षा उनके लिए सर्वोपरि है लेकिन शहर के छोटे- छोटे मुद्दों को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता.
वहीं विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी को अकेले नहीं हराया जा सकता इसलिए सबको साथ आना होगा.
आगरा के स्थानीय निवासियों का कहना है कि टूटी-फूटी सड़कों को दुरुस्त करना. पीने के पानी का ध्यान रखना. स्वास्थ्य केंद्रों का अच्छा होना ज़रुरी है. पार्कों के सौंदर्यीकण पर भी ध्यान देना चाहिए.
सभी प्रत्याशियों में से जीत किसकी होगी ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा.
निकाय चुनाव की पूरी अपडेट के लिए आप पढ़ते रहें ZEE UP/UK
वीडियो देखें-
WATCH: मथुरा नगर निगम चुनाव में बीजेपी के मुकाबले सपा और कांग्रेस, सियासी पारा चढ़ा