अलीगढ़ :  तालों की नगरी अलीगढ़ (Aligarh) में दूसरे चरण में 11 मई को मतदान है. सभी सियासी दल के नेता चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा रहे हैं. 9 मई को चुनाव प्रचार थम जाएगा. अलीगढ़ में एक नगर निगम, दो नगर पालिकाएं व 15 नगर पंचायत पर चुनाव होना है. नगर निगम में 90 वार्ड हैं, 9,01,472 मतदाता अपने मेयर को चुनेंगे.  जनपद में कुल मतदाताओं की संख्या 11,81,137 है, जिनमें 6,01,298 पुरुष और 5,35,810 महिला मतदाता हैं. अलीगढ़ की जनता के मन में क्या चल रहा है, तालों के शहर में जी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड की टीम ने शहर की सरकार कार्यक्रम के जरिए जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अलीगढ़ में मेयर के लिए भाजपा ने प्रशांत सिंहल (Prashant Singhal) को प्रत्याशी बनाया है. बीएसपी (BSP) से सलमान शाहिद प्रत्याशी है तो वहीं समाजवादी पार्टी से हाजीजमीर उल्लाह किस्मत आजमा रहे हैं. कांग्रेस (Congress) ने सीपी गौतम और आम आदमी पार्टी ने राजकुमार सैनी को मेयर का टिकट दिया है. एआईएमआईएम से गुफरान नूर मेयर प्रत्याशी के तौर पर मैदान में है. इस तरह अलीगढ़ नगर निगम में मेयर के लिए कुल 13 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. 


यह भी पढ़ें:UP Nikay Chunav 2023:दूसरे चरण में एक नगर पंचायत अध्यक्ष समेत 77 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित, नोएडा से सबसे अधिक


बीजेपी समर्थकों का कहना है कि अलीगढ़ में मुस्लिम वोटर भी बीजेपी का साथ देंगे. भाजपा समर्थकों के मुताबिक ट्रिपल तलाक भी निकाय चुनाव में मुद्दा होगा. पिछली बार मुस्लिम मेयर होने के बाद भी विकास के मुद्दे पर सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस और सपा बीजेपी प्रत्याशी के ऊपर अवैध अतिक्रमण करने का आरोप लगा रहे हैं. यहां पिछली बार बीएसपी के मोहम्मद फुरकान मेयर निर्वाचित हुए थे. कांग्रेस का कहना है कि 27 साल पहले निगम का गठन हुआ. यहां 4 बार बीजेपी का मेयर निर्वाचित हुआ, लेकिन फिर भी विकास नहीं हो सका.


अलीगढ़ के मुद्दे
स्मार्ट सिटी
स्वच्छता
सफाई कर्मचारियों की भर्ती का मुद्दा
नगर निगम के बंद पड़े स्कूलों को खोला जाना


WATCH:'2017 से पहले यूपी में था भय और आतंक', निकाय चुनाव प्रचार में गर्जे सीएम योगी