नैनीताल: उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र और उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में बाघ और तेंदुओं का इन दिनों आतंक मचा है. उत्तराखंड के नैनीताल में आतंक का पर्याय बना बाघ मंगलवार को दबोच लिया गया. उसने तीन महिलाओं को शिकार बनाया था. वहीं यूपी के पीलीभीत जिले के एक गांव में भी बाघ घुस गया और छह घंटे तक वन विभाग की टीम को छकाता रहा. उसे देखने के लिए पूरे गांव में हजारों लोगों का मजमा लग गया. 


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नैनीताल और भीमताल इलाके में टाइगर की दहशत 
उत्तराखंड के नैनीताल और भीमताल इलाके में इस टाइगर की दहशत थी. अक्सर यहां टाइगर के पैरों के निशान दिखाई देते थे. जब भी टाइगर इंसानी बस्ती में दाखिल होता था तो किसी न किसी मवेशी को अपना शिकार बनाकर चलता बनता था. हालात पिछले 10 दिनों में सबसे ज़्यादा बिगड़े हुए थे. बताया जा रहा है, कि इस टाइगर ने इंसानी खून चख लिया था. इस कारण यह दस दिन के भीतर तीन महिलाओं को अपना शिकार बना चुका था. आखिरकार उसे पकड़ लिया गया. 


रात में घुसा बाघ गांव में
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के अटकोना गांव में बाघ घुस आया और एक घर की छत पर बनी दीवार पर चढ़कर सो गया. लोगों को इसकी सूचना मिली तो बाघ देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, और चारों तरफ जाल लगाकर बाघ को पकड़ने की कोशिश में जुट गई.


बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए
पीलीभीत जिले के बांनंगी काली नगर तहसील क्षेत्र के अटकोना गांव का है. यहां देर रात एक बाघ गांव में आ गया और दीवार पर बैठ गया. जैसे ही गांव वालों को सूचना मिली तो आसपास सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए और इस बाघ को देखने लगे. इतना ही नहीं यह बाघ इतना बेखौफ है कि यह दीवार पर ही सो भी गया. बाघ की सूचना जब अन्य क्षेत्रों में लगी तो बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंचे. 


रिहायशी इलाके में पहुंचे इस बाघ ने जहां दहशत फैलाई वहीं मनोरंजन का केंद्र भी बन गया है. फिलहाल मौके पर वन विभाग की टीम पहुंच गई है और एहतियात के तौर पर चारों तरफ जाल लगाया गया है. जल्द ही वन विभाग की टीम इसका रेस्क्यू करेगी.