UP Police Exam: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में नया मोड़ आ गया है. सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है. पूरे मामले में सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं. उधर, पेपर लीक की शिकायतों को लेकर अब तक 1500 प्रत्‍यावेदन बोर्ड को मिल गए हैं. भर्ती बोर्ड की डीजी रेणुका मिश्रा ने इस बात की जानकारी दी है. 


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यह है पूरा मामला 
दरअसल, उत्‍तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्‍नति बोर्ड (UPPRPB) की ओर से कांस्‍टेबल के 60244 पदों पर भर्ती के लिए पूरे प्रदेशभर में 17 और 18 फरवरी को परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा में कई जगहों पर पेपर लीक को लेकर छात्रों ने हंगामा किया था. इसके बाद पेपर लीक को लेकर सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने भी सवाल उठाए थे. हजारों छात्र पेपर रद्द की मांग कर रहे थे. 


बोर्ड को 1500 प्रत्‍यावेदन मिले 
इन सबके बीच उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने नोटिस जारी कर पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से मेल के जरिए पेपर लीक होने के सुबूत भी मांगे थे. भर्ती बोर्ड ने आज (शुक्रवार) शाम 6:00 बजे तक अभ्यर्थियों की शिकायतों को लेकर प्रत्यावेदन मांगे थे. इस पर लगभग डेढ़ हजार शिकायतें ऑनलाइन जमा कराई गई हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की डीजी रेणुका मिश्रा ने कहा कि प्रत्‍यावेदन के जांच किए जा रहे हैं. 


प्रमुख सचिव से रिपोर्ट मांगी 
इस बीच पूरे प्रकरण को सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने भी संज्ञान ले लिया है. शुक्रवार को वाराणसी में पीएम मोदी की जनसभा से लौटने के बाद उन्होंने प्रमुख सचिव संजय प्रसाद से पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी है. पेपर लीक मामले को लेकर गठित की गई आंतरिक कमेटी भी जांच कर रही है. बता दें कि पुलिस भर्ती पेपर लीक कराने के मामले में अभी तक निरीक्षक राम बाबू ने कृष्णानगर थाने में सत्य अमन कुमार निवासी बिहार और नीरज निवासी लखनऊ के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.


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