दुनिया के इन देशों में 1 जनवरी को नहीं मनाया जाता नए साल का जश्न, पाकिस्तान समेत ये देश सूची में शामिल
New Year 2024: नया साल अपने साथ नई उम्मीदें और नए मौके लेकर आता है. यही वजह है कि लोग नए साल पर मंगल की कामना करते हुए एक-दूसरे को शुभकामनाओं से भरे संदेश भेजते हैं. लेकिन दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां एक जनवरी को नववर्ष नहीं मनाते.
New Year 2024: साल 2023 का काउंटडाउन शुरू हो गया है. नए साल का जश्न मना रहे हैं. एक ओर नए साल पर शुभकामना संदेश भेजे जा रहे हैं तो दूसरी ओर कई ऐसे देश हैं जहां एक जनवरी को नए साल का जश्न मनाने पर रोक है. तो आइये जानते हैं दुनिया के वह कौन से देश हैं जहां एक जनवरी को नए साल पर जश्न मनाने पर रोक है.
पाकिस्तान
भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक जनवरी को नए साल का जश्न मनाने पर रोक लगी है. देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार उल हक काकर ने इसके पीछे का कारण इजराइल और हमास के बीच युद्ध में मारे गए फिलिस्तीनी लोगों को बताया है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने देश के नाम लिखे एक पत्र में कहा है कि, फिलिस्तीन के दुख में पाकिस्तान उसके साथ है. लिहाजा देश में कोई भी नए साल का जश्न नहीं मनाएगा.
सऊदी अरब
वहीं, सऊदी अरब और यूएई समेत ज्यादातर देश इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मनाते हैं. ऐसे में इस्लामिक नववर्ष या रास अस-सनाह अल-हिजरिया की तारीख हर साल बदलती रहती है. माना जाता है कि इसी दिन पैगंबर मोहम्मद ने मक्का से मदीना प्रवास किया जाता है. ऐसे में इन देशों में एक जनवरी को नए साल का जश्न नहीं मनाया जाता.
थाईलैंड
थाईलैंड में वैसे तो साल भर पर्यटक आते रहते हैं, लेकिन जनवरी महीने में यहां लोग कम ही आते हैं. यहां एक जनवरी को नया साल नहीं मनाता. यहां पर 13 या 14 अप्रैल को नया साल मनाया जाता है.
रूस और यूक्रेन
रूस और यूक्रेन के लोग भी एक जनवरी को नए साल का जश्न नहीं मनाते हैं. इन दोनों ही देशों में नया साल 14 जनवरी को मनाया जाता है.
श्रीलंका
श्रीलंका में भी नया साथ अप्रैल के मध्य में मनाया जाता है. नए साल के पहले दिन को अलुथ कहते हैं. इस दिन लोग नेचुरल चीजों को मिलाकर स्नान करते हैं.
चीन
चीन में चंद्रमा आधारित कैंलेडर को ही माना जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन में हर तीन साल पर सूर्य आधारित कैलेंडर से इसका मिलान किया जाता है. चीनी नया साल20 जनवरी से 20 फरवरी के बीच पड़ता है.