गोरखपुर-फूलपुर के नवनिर्वाचित सांसदों ने कहा, लोगों को बेवकूफ बनाना बंद करे बीजेपी
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव से नवनिर्वाचित एसपी सांसदों का कहना है कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी अब लोगों को बेवकूफ बनाने के बजाय जमीन पर उतरकर जनकल्याणकारी काम शुरू करे.
लखनऊः गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव से नवनिर्वाचित एसपी सांसदों का कहना है कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी अब लोगों को बेवकूफ बनाने के बजाय जमीन पर उतरकर जनकल्याणकारी काम शुरू करे. गोरखपुर से एसपी के नवनिर्वाचित सांसद प्रवीण निषाद और फूलपुर से चुने गये नागेन्द्र सिंह पटेल का दावा है कि जनता में बीजेपी के खिलाफ गुस्सा था और वे उपचुनाव में अपनी जीत के प्रति आश्वस्त थे.
निषाद ने टेलीफोन पर 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार अपने गठन के बाद से ही जनता को बेवकूफ बना रही है. उसने जनता के लिये कोई काम नहीं किया और पिछली सरकारों पर ही दोष मढ़ती रही. ऐसे में उन्हें अपनी जीत का भरोसा था.
पेशे से इंजीनियर निषाद ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधान परिषद के लिये चुने जाने के कारण दिये गये इस्तीफे के कारण रिक्त हुई गोरखपुर सीट के उपचुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी उपेन्द्र शुक्ल को हराकर इस क्षेत्र में बीजेपी का 29 साल पुराना वर्चस्व तोड़ दिया. इस उपचुनाव में बीएसपी, निषाद पार्टी तथा पीस पार्टी समेत कई दलों ने एसपी का साथ दिया था.
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बीजेपी से फूलपुर सीट छीनने वाले एसपी उम्मीदवार नागेन्द्र सिंह पटेल ने भी प्रहार किये. उन्होंने कहा 'चुनाव प्रचार के दौरान मेरे क्षेत्र की जनता का मिजाज देखकर मुझे अपनी जीत का भरोसा हो गया था. समाज का हर वर्ग इस सरकार से तंग आ चुका है. यह सरकार जुमलेबाजी ज्यादा और काम कम करने में विश्वास करती है.'
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फूलपुर सीट उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विधान परिषद के लिये चुने जाने के बाद इस्तीफा देने के कारण रिक्त हुई थी. पटेल ने कहा कि जनता यह समझ चुकी है कि बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उसे मूर्ख बनाकर वोट ले लिया. जनता बीजेपी को सबक सिखाने का मौका तलाश रही थी. उसे जैसे ही अवसर मिला, उसने बीजेपी को पाठ पढ़ा दिया. गोरखपुर और फूलपुर सीटों के लिये नवनिर्वाचित सांसद शुक्रवार (16 मार्च) को शपथ लेंगे.