शोभित चतुर्वेदी/आगरा:आगरा में अब प्रॉपर्टी टैक्स जमा किए बिना कोई भी निर्माण कार्य करना असंभव हो गया है.आगरा नगर निगम निर्माण कार्यों की व्यवस्था में परिवर्तन करने जा रहा है.अगर किसी क्षेत्र में निर्माण का प्रस्ताव आता है तो पहले नगर निगम द्वारा परीक्षण किया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि उस क्षेत्र के लोगों ने टैक्स जमा किया है या नहीं. अगर टैक्स जमा नहीं किया गया होगा तो पहले उस जगह टैक्स वसूली का कैम्प लगाया जायेगा. उसके बाद निर्माण कार्य का एस्टीमेट तैयार कर कार्य शुरू करने की अनुमति दी जाएगी.


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नगर निगम की वित्तीय स्थिति है खराब
दरअसल कोविड-19 के कारण नगर निगम की वित्तीय स्थिति खराब हो चुकी है. शासन स्तर पर भी हालात ये हैं कि पिछले महीनों में 14 वित्त आयोग की धनराशि से नगर निगम के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया गया था. जिसे देखते हुए निगम टैक्स से आये बढ़ाने का काम कर रहा है. जनता टैक्स के प्रति जागरूक हो इसके लिए ऑनलाइन टैक्स जमा करने की व्यवस्था भी की गई है. साथ ही कैम्प लगाकर  टैक्स में 10 फीसदी की छूट दी जा है.


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टैक्स देने में पीछे है ताजगंज
अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि ताजगंज जोन से 13.75 करोड़ के सापेक्ष अभी तक महज 3.75 करोड़ रुपये का टैक्स मिला है. चारों जोन से टैक्स का लक्ष्य 70 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है. नगर निगम ने शहर को चार जोन में बांटा है. सभी जोन में अभी तक महज 30 फीसदी टैक्स की वसूली हो पाई है. जबकि अक्टूबर तक 60 फीसदी टैक्स मिल जाना चाहिए था.


विनोद कुमार गुप्ता का कहना है कि ताजगंज क्षेत्र शहर के पर्यटन का केंद्र होने के बावजूद भी चारों जोन में सबसे कम टैक्स ताजगंज जोन से मिला है. इस क्षेत्र में सभी 5 स्टार होटल, एम्पोरियम, रेस्टोरेंट हैं. पर्यटन केंद्र होने की वजह से नगर निगम का फोकस यहां अधिक रहा है. सफाई, पानी, निर्माण सबसे अधिक यहीं होता है. स्मार्ट सिटी का पैसा भी सबसे अधिक इसी जोन में खर्च किया जा रहा है.


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