दर्द से तड़पती रही गर्भवती महिला, आधा दर्जन अस्पतालों ने नहीं किया भर्ती; मौत
मृतक महिला के परिजनों का कहना है कि वे महिला को नोएडा के करीब 6 अस्पतालों में ले गए, लेकिन किसी ने भी उनकी हालत देखकर भी भर्ती नहीं किया.
नोएडा: कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए पूरा देश प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर देख रहा है. इसी बीच नोएडा से एक ऐसा मामला आया है, जो स्वास्थ्य विभाग से विश्वास ही उठा देने वाला है. यहां 8 महीने की प्रेगनेंट महिला को उसके परिजन सुबह से शाम तक लेकर घूमते रहे लेकिन उसे हॉस्पिटल नसीब नहीं हुआ. आखिरकार महिला ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया. अब इस पूरे मामले का संज्ञान नोएडा प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लिया है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.
सुबह से शाम तक धक्के खाते रहे परिजन
गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में रहने वाले एक परिवार के साथ ये दर्दनाक घटना घटी है. परिवार में 8 महीने की गर्भवती महिला की तबियत जब अचानक बिगड़ी तो परिजन उसे लेकर अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए निकले. परिवार वाले बीमार महिला को लेकर सुबह ही एंबुलेंस से निकले, लेकिन उन्हें कोई अस्पताल भर्ती करने को तैयार नहीं था. परिवार को अस्पताल दर अस्पताल जिरह करते हुए सुबह से शाम का वक्त बीत गया. इसी बीच बीमार महिला की तबियत और बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई.
'ऐसी नजीर पेश करेंगे कि फिर ऐसी घटना न हो': CMO
गर्भवती महिला को कई अस्पतालों में भर्ती नहीं किए जाने को लेकर गौतमबुद्ध नगर के डीएम ने एक टीम के गठन की है, जिसमें जिलाधिकारी वित्त और राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी और एक महिला डॉक्टर को रखा गया है. सीएमओ (CMO) दीपक ओहरी का कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी हैं उनके ऊपर कार्रवाई होगी. सभी अस्पतालों का संज्ञान लिया जाएगा और कोशिश की जाएगी कि आगे से ऐसी घटनाएं न हो.
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6 अस्पतालों ने किया भर्ती करने से इनकार
मृतक महिला के परिजनों का कहना है कि वे महिला को नोएडा के करीब 6 अस्पतालों में ले गए, लेकिन किसी ने भी उनकी हालत देखकर भी भर्ती नहीं किया. महिला की तबियत बिगड़ती रही और अंत में उन्होंने दम तोड़ दिया. वे 8 महीने की गर्भवती थीं. हादसे में पेट में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई.
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