Noida international airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बनने जा रहा है, देश का सबसे विशालकाय किचन, लगभग यह रसोईघर 40,000 वर्ग फीट में होगा. ऐसे में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के प्रबंधन ने फ्लाइट कैटरिंग के लिए ताज सैट्स के साथ समझौता किया. इससे यात्रियों को फ्लाइट के अंदर खाने-पीने की बेहतरीन सुविधा मिल सकेगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का संचालन अगले साल शुरू किया जाना है. इससे पहले एयरपोर्ट पर दी जाने वाली सुविधाओं के लिए कंपनियों से समझौते किए जा रहे हैं. ताकि आने वाले समय में कोई समस्या ना हो. इन फ्लाइट रसोई सुविधा के विकास के लिए गुरुवार को भारत की अग्रणी कंपनी ताज सैट्स के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. 


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रोजाना 15,000से अधिक लोगों को भोजन
एयरपोर्ट के भीतर स्थित आधुनिक रसोईघर 40,000 वर्ग फीट में होगा. पहले चरण में रोजाना 15,000 से अधिक लोगों को भोजन परोसने की सुविधा रहेगी. रसोई को लाउंज सुविधाओं, भोजन और पेय पदार्थों की सेवा के लिए सुसज्जित किया जाएगा. ताजसेट्स 37 वर्षों की अवधि के लिए डिजाइन, वित्त, निर्माण, संचालन और हस्तांतरण मॉडल पर इन- फ्लाइट किचन सुविधा विकसित करेगा. समझौते के अनुसार इस कपंनी के पास यात्री और चालक दल की भोजन सेवाएं, उड़ान के दौरान खानपान भोजन की लोडिंग और अनलोडिंग की भी जिम्मेदारी शामिल होगी.  
 
क्या-क्या और समझौता किए 
नोएडा एयरपोर्ट ने विमानपत्तन प्रधिकरण के साथ समझौता किया है. इसके तहत इस एयरपोर्ट को दुनिया की सबसे आधुनिक तकनीक और उपकरण मुहैया कराए जाएंगे. इससे वायु यातायात सेवाओं पर मौसम को असर नहीं पड़ेगा. हर मौसम में फ्लाइट के लैंडिग और टेकऑफ की सुविधा मिलेगी. 
नोएडा एयरपोर्ट ने सीमेंस लॉजिस्टिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड  के साथ भी समझौता किया है. इसके तहत सीमेंस नोएडा एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान और आगमन बैगेज हैंडलिंग प्रणाली को डिजाइन, आपूर्ति, स्थापित, कमीशन, संचालन और रखकखाव करेगा. सीमेंस वैरियोट्रे सिस्टम एक मॉड्यूलर और विस्तर योग्य तकनीक है. 


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