गौतमबुद्ध नगर: गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई लागातार जारी है. इस मामले में नोएडा पुलिस ने गलत खबर फैलाने के मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. गलत खबर फैलाने के आरोप में नोएडा पुलिस ने सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन पर राजदीप सरदेसाई, शशि थरूर, मृणाल पांडे और दूसरे आरोपियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की है. इन पर IPC की धारा 153A, 153B, 295A की धराएं लगाई गई हैं. बता दें कि इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल करेगी. FIR में लिखा है कि एक बड़ी योजना के तहत दिल्ली हिंसा को अंजाम दिया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING




 


 


इतने लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस दर्ज की है FIR
ट्रैक्टर रैली के दौरान देश की धरोहर को नुकसान पहुंचाया गया. इसके अलावा इस हिंसा में करोड़ों की सरकारी प्रॉपर्टी का नुकसान तो हुआ. इस दौरान पुलिस के 394 जवान घायल हो गए. इस हिंसा में अभी तक 33 FIRदर्ज हुआ है. इनमें से 9 मामलों की जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंपी गई हैं. वहीं इस मामले में 44 लोगों के खिलाफ LOC दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी किया है. 


 


 


घटना को यूपी एडीजी ने बताया था दुर्भाग्यपूर्ण
इससे पहले उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने भी गुरुवार को 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. उन्होंने कहा था कि इस घटना के बाद कुछ किसान संगठनों ने स्वेच्छा से नोएडा के चिल्ला बॉर्डर और दलित प्रेरणा स्थल से आंदोलन वापस ले लिया है. एडीजी ने बताया कि जहां तक बागपत का संबंध है, स्थानीय अधिकारियों ने हमें बताया है कि उन्होंने किसानों को एनएचएआई की परियोजना के बारे में समझाया और उन्होंने बुधवार रात अपना धरना समाप्त कर दिया. यूपी गेट पर अब भी कुछ लोग डटे हुए हैं, हालांकि, अब उनकी संख्या पहले से काफी कम हो गई है.


किसानों को घरों तक पहुंचाएगी सरकार
इतना ही नहीं सभी जिलों के डीएम-एसपी को आदेश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में धरने पर बैठे किसानों से हटने की अपील करें कि वह अपने-अपने घरों को लौट जाएं. धरने पर बैठे किसानों को घर तक पहुंचाने के लिए प्रशासन बस की व्यवस्था करने की बात भी कही है.


मैं अपराधी नहीं जो सरेंडर करूं- राकेश टिकैत
गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने भी नोटिस चिपकाया है. एफआईआर में जिनका नाम है उनसे 3 दिन में जवाब मांगा गया है. राकेश टिकैत के नाम पर यहां पर नोटिस चिपकाया गया है इन्हें जल्द से जल्द जवाब देने का नोटिस दिया गया है. इस मामले में राकेश टिकैत ने भी मीडिया जरिए कहा है कि, मैं कोई अपराधी नहीं हूं और न ही सरेंडर करने नहीं देने जा रहा हूं.'


WATCH LIVE TV