महराजगंज/अमित त्रिपाठी : भारत में बढ़ते प्याज की कीमतों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, नेपाल में भारत की तुलना में प्‍याज के दाम दोगुने हो गए हैं. ऐसे में भारत सरकार ने नेपाल के लिए निर्यात पर रोक लगा दी है. साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है ताकि नेपाल सीमा से सटे जिलों से प्‍याज तस्‍करी न की जा सके. तस्कर भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर प्याज की तस्करी में लगे हैं. ऐसे में बॉर्डर पर लगी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा गया है.


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कब तक लगी रोक 
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के निर्देश पर डायरेक्टर जनरल आफ फॉरेन ट्रेड के जारी सर्कुलर के बाद 8 दिसंबर से नेपाल में प्याज निर्यात पर 31 मार्च 2024 तक रोक लगा दी गई है. जिसके बाद से ही नेपाल में टमाटर के बाद अब भारत से प्याज की तस्करी शुरू हो गई है. इन दिनों नेपाल में प्याज का भाव थोक में भारत के तुलना में दुगना हो गया है. तस्कर इसका फायदा उठाने में लगे हैं.


प्याज की तस्करी 
पगडंडियों के रास्ते प्याज को आसानी से नेपाल पहुंच कर मोटी रकम अर्जित कर रहे हैं.  इन पगडंडियों के रास्ते से भारत से नेपाल प्याज की तस्करी करते नजर आ रहे हैं. खुला बॉर्डर का लाभ उठाकर भारतीय बाजार से प्याज खरीद कर नेपाल में उसे दो से ढाई गुना दामों में बेच रहे हैं. बता दें, नेपाल के प्याज पर रोक लगने के बाद इन दिनों भारत नेपाल सीमा पर कई इस तरह के रैकेट काम कर रहे हैं. 


सीमा पर तैनात एसएसबी और पुलिस 
कस्टम के अधिकारियों का कहना है, कि डीजीएफटी के नोटिफिकेशन के निर्देश क्रम में 31 मार्च 2024 तक नेपाल में प्याज निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. इस क्रम में भारत नेपाल में बॉर्डर पर प्याज की तस्करी ना होने पाए इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तैनात एसएसबी और पुलिस से संपर्क साधकर लगातार मदद ली जा रही है. 


पुलिस कर्मियों के सख्त निर्देश
प्याज की तस्करी की सूचना पर कार्यवाही भी की जा रही है. पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने भारत नेपाल बॉर्डर पर तस्करी पर रोक लगाने के लिए पुलिस कर्मियों को सख्त निर्देश देते हुए बताया कि समय-समय पर तस्करी के प्याज भी बरामद किए जा रहे है.