नोएडा: देशभर में कोरोना वायरस की वजह से 21 दिन का लॉकडाउन हुआ है जिसका असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है. लोगों के सामने रोजी-रोटी और नगदी का संकट खड़ा हो गया है. दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के लिए तो यह लॉकडाउन बहुत ही ज्यादा कष्टदायी साबित हो रहा है.



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हालांकि, सरकार और प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों को पूरी सहायता मुहैया कराने की कोशिश हो रही है. गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने किराए पर रहने वाले लोगों को राहत देते हुए मकान मालिकों के नाम एक आदेश जारी किया है. इस आदेश में जिलाधिकारी ने मकान मालिकों से कहा है कि वे अपने किराएदारों से एक महीने तक पैसे न मांगे.


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अगर कोई मकान मालिक अपने किराएदारों से जबरन पैसे मांगता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. ऐसे मकान मालिकों को दो साल तक की जेल हो सकती है. साथ ही जिलाधिकारी बीएन सिंह ने जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. 


आपको बता दें कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से प्रभावित दिहाड़ी मजदूरों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया है. सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि 15 लाख दिहाड़ी मजदूरों और 20.37 लाख निर्माण श्रमिकों को उनकी दैनिक जरूरतें पूरा करने के लिए यूपी सरकार 1000 रुपये प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से आर्थिक मदद मुहैया कराएगी. इसमें पंजीकृत और अपंजीकृत दोनों तरह के मजदूर शामिल होंगे.


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मजदूरों के बैंक अकाउंट में जाएगा पैसा
योगी सरकार इसके अलावा सभी पंजीकृत मजदूरों को भरण पोषण भत्ता देगी. सीएम योगी ने मनरेगा मजदूरी को तुरंत भुगतान का ऐलान किया है. 1000 रुपये की यह सहायता राशि सीधे मजदूरों के बैंक खाते में डाली जाएगी. सीएम ने कहा है कि रेहड़ी-पटरी वालों के लिए खाद्यान उपलब्ध कराया जाएगा.


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