कबाड़ का जुगाड़: DVD की छत, तार की कुर्सी, तस्वीरों में देखें अनोखी कैंटीन
जैसे-जैसे टेक्नॉलजी हमारे देश में अपनी पैठ बनाती जा रही है, वैसे-वैसे इससे जुड़ा हुआ कचरा भी देश में बढ़ रहा है. इनमें से जो रीसाइकिल करने की चीजें होती हैं, वो रीसाइकिल को जाती हैं. फिर भी कुछ कचरा ऐसा होता है, जिसका कोई उपयोग नहीं बचता.
आपने प्लास्टिक वेस्ट खास तौर से प्लास्टिक की बोतलों का प्रयोग साज सज्जा के लिए या गार्डन में होते देखा होगा, लेकिन ई-वेस्ट के इस्तेमाल के बारे जानना है, तो देहरादून के आईटीडीए का ये स्टूडियो जरूर देखें, क्योंकि ये ई-वेस्ट स्टूडियो बेहद खास है.
आईटी विभाग व आईटीडीए के संयुक्त प्रयास से देहरादून में एक ई वेस्ट स्टूडियो तैयार किया जा रहा है. इसकी खासियत ये है कि ये स्टूडियो पूरी तरह से ई-वेस्ट से तैयार किया गया है.
इसमें एक लाख से ज्यादा सीडी और डीवीडी का इस्तमाल किया गया है. साथ ही कंप्यूटर मॉनिटर , सर्वर , बैटरी का भी प्रयोग किया गया है.
इस स्टूडियो में ओपन कॉन्फ्रेंस की जाएंगी. इसके लिए एक बड़ा स्टूडियो बना है जिसका काम पूरा किया जा रहा है.
स्टूडियो का करीब 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. इसमें इंटरनेट के लिए इस्तेमाल तारों का प्रयोग कुर्सियां बनाने के लिए किया गया है.
यहां ई-वेस्ट से बनाई गई ये अनोखी कैंटीन भी है. करीब एक लाख खराब डीवीडी और सीडी से कैंटीन की छत तैयार की गई है.
सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) में उत्तराखंड की पहली ऐसी कैंटीन तैयार की गई है जो कि पूरी तरह से ई-कचरे से बनी हुई है.
आईटीडीए की तरफ से स्टूडियो में एक ई वेस्ट डोनेट बीन भी रखा जाएगा जिसमे आप अपना ई वेस्ट डोनेट कर सकते हैं.
इस ई वेस्ट का इस्तेमाल आईटीडीए अलग अलग कामों के लिए करेगा. भविष्य में चैराहों के सौंदर्यीकरण के लिए भी ई-वेस्ट के इस्तेमाल की योजना बनाई जा रही है.
इस ई वेस्ट का इस्तेमाल आईटीडीए अलग अलग कामों के लिए करेगा. भविष्य में चैराहों के सौंदर्यीकरण के लिए भी ई-वेस्ट के इस्तेमाल की योजना बनाई जा रही है.
दरअसल आईटीडीए के निदेशक आईपीएस अधिकारी अमित सिन्हा है जोकि एक क्रिएटिव अधिकारी के तौर पर भी जाने जाते हैं. बतौर आईटीडीए के निदेशक की जिम्मेदारी संभालते हुए जब उनके सामने ये कॉन्सेप्ट आया तो उन्होंने इसे सपोर्ट किया.
सचिव आईटी आर के सुधांशु को भी यह पहल रास आई और उसके बाद सरकारी विभागों में पड़े ई-वेस्ट से स्टूडियो को बनाने का काम शुरू हो गया.
अब यह स्टूडियो का काम करीब-करीब अपने अंतिम चरणों में है और बहुत जल्द इसका उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री के द्वारा करवाए जाने की तैयारी है.
आईटी पार्क में स्थिति इस ई वेस्ट स्टूडियो में आईटी कंपनियां भी ओपन कॉन्फ्रेंस कर सकती हैं. ये स्टूडियो न सिर्फ उनके उपयोग में आएगा बल्कि लोगों को ई-कचरे के इस्तेमाल का आइडिया भी देगा.
कैंटीन और स्टूडियो के अलावा इस एरिया को सजाने के लिए भी बैटरी और उसके कवर को टेबल की तरह लगाया गया है और उस पर गमले लगाए गए हैं.