UP Famous Watarfalls: यूपी के इन इलाकों में हैं शानदार झरने, फिर वाटरफॉल्स देखने उत्तराखंड क्यों जाना
वाटरफाल का नाम लेते ही हमारी आंखों के सामने दूसरे देश, साउथ इंडिया या पूर्वोत्तर के नजारे सामने आ जाते हैं लेकिन क्या आपको मालूम है. उत्तर प्रदेश में भी कई ऐसी जगहें हैं जहां के झरनों के खूबसूरत नजारे मन मोह लेते हैं. एक बार यहां आने के बाद लौटने का मन नहीं करता है.
लखनिया दरी वाटरफाल
मिर्जापुर जिले के चुनार शहर में लखनिया दरी झरना स्थित है. पहाड़ों के बीच स्थित इस झरने का शानदार नजारा देखते ही बनता है. मिर्जापुर ही नहीं इसके आसपास के जिलों के लोगों की यहां भीड़ उमड़ती है.
मुक्खा वाटरफाल
यूपी के सोनभद्र जिले का यह वाटरफाल रॉबर्ट्सगंज से करीब 50 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. इसके आसापास के नजारे देखकर आपका यहां से लौटने का दिल नहीं करेगा. इसके आसपास भी मंदिर से लेकर घूमने की कई जगहें मौजूद हैं.
विंधाम वाटरफाल
मिर्जापुर में ही एक और झरने का सुंदर नजारा सैलानियों को खूब भाता है. ब्रिटिश संग्राहक विंधाम के नाम पर इसका नाम पड़ा है. बनारस से यह विंधाम वाटरफाल की दूरी महज 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
चूनादरी वाटरफाल
लखियाना दरी चूनादरी झरने के नजदीक है. इसकी ऊंचाई लगभग 165 फीट है. यहां के खूबसूरत नजारे का दीदार करने इसके आसपास के जिलों के लोगों की यहां भीड़ उमड़ती है.
सिद्धनाथ दरी वाटरफाल
मिर्जापुर का सिद्धनाथ दरी झरना टूरिस्ट को खूब लुभाता है. यह राजगढ़ ब्लॉक के जौगढ़ गांव में स्थित है. इसके आसपास के नजारे पर्यटकों का मन मोह लेते हैं.
राजदरी-देवदरी
यूपी के खूबसूरत झरने में राजदरी-देवदरी झरने की गिनती होती है. चंदौली जिले में स्थित यह झरना चंद्रप्रभा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के करीब स्थित है. यहां का लुभावना दृश्य देखने लायक बनता है. इसकी ऊंचाई 65 मीटर है. यहां जाने के लिए कोई फीस नहीं लगती.
टांडा वाटरफॉल
टॉडा फॉल की ऊंचाई 9 मीटर है. यह जगह सैलानियों को खूब लुभाती है. कैमरे में लोग यहां का खूबसूरत नजारे को कैद किए बिना नहीं रह पाते हैं. बनारस से यहां आने में 2 घंटे का समय लगता है.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.