नोएडा-गाजियाबाद से हरियाणा तक नया एक्सप्रेसवे, डीएनडी-गुरुग्राम के महाजाम से मिलेगी मुक्ति
नोएडा-गाजियाबाद से फरीदाबाद जाने वालों के लिए अच्छी खबर है. फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे की परियोजना के सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है. अब इस परियोजना को मंजूरी मिलने का इंतजार है.
इनको फायदा
नई परियोजना से एनसीआर से तीन प्रमुख शहर सीधा फायदा होगा. इस परियोजना के तहत लगभग 9 किलोमीटर लंबा रूट प्रस्तावित किया गया है.
यमुना किनारे तक
यह फरीदाबाद के सेक्टर-88 से शुरू होकर खेड़ी कलां और लालपुर होते हुए यमुना किनारे तक पहुंचेगा. साथ ही यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा, जो इस एक्सप्रेसवे को मंगरोली गांव से जोड़ेगा.
कितना खर्च आएगा
6 लेन बनने वाले इस पुल के निर्माण में करीब 150 से 200 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. खास बात यह है कि पुल का आधा बजट हरियाणा सरकार और आधा बजट उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी.
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड
बता दें कि एफएनजी एक्सप्रेसवे का विचार साल 1998 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के तहत आया था. इसके बाद 2011 के मास्टर प्लान में इसे फरीदाबाद नगर निगम के सुझाव के तहत शामिल किया गया.
दोबारा काम शुरू
कई सालों तक विवाद के चलते काम में देरी होती रही. 2015 में परियोजना को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया. लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने हाल ही में एक्सप्रेसवे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को अंतिम रूप दिया है.
डीपीआर रिपोर्ट
इसमें तीन अलग-अलग मार्ग प्रस्तावित किए गए हैं. दिवाली के बाद यह रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी. मुख्यालय से मंजूरी मिलते ही किसी एक मार्ग पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
यहां से होकर जाना होगा
गौरतलब है कि नोएडा और फरीदाबाद के बीच का सफर पूरा करने के लिए यमुना नदी को पार करना पड़ता है. अब नए प्रोजेक्ट के मुताबिक, लोगों को कालिंदी कुंज से होकर जाना पड़ेगा.
लंबा जाम
एफएनजी एक्सप्रेसवे पर सुबह-शाम भारी जाम लगता है. इसमें भारी ईंधन भी बर्बाद होता था. अब उससे निजात मिल सकेगी.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.