7 महीने बाद भक्तों के लिए खुला प्रेम मंदिर, शानदार तस्वीरों में देखिए यहां क्या है खास ?
कोविड पर थोड़ा नियंत्रण मिलने के बाद धीरे-धीरे सभी मंदिर भक्तों के लिए खुलने लगे हैं. वृंदावन-मथुरा में मंदिरों के खुलने का इंतजार भक्तों को बेसब्री से था. बांके बिहारी मंदिर के खुलने के बाद अब वृंदावन का मशहूर प्रेम मंदिर भी भक्तों के लए खुल गया है.
वृंदावन के विश्वविख्यात ठाकुर बांके बिहारी मंदिर खुलने के बाद का वृंदावन का प्रेम मंदिर भी करीब साढे 7 महीने बाद खुल गया है. वृंदावन आने वाले भक्तों को बांके बिहारी के बाद प्रेम मंदिर के भी दर्शन हो सकेंगे. श्रद्धालुओं को प्रेम मंदिर में सुबह 8:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक और शाम 5:00 बजे से लेकर8 बजे तक के बीच प्रवेश मिलेगा.
प्रेम मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा. श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य है बिना मास्क के किसी भी व्यक्ति को मंदिर परिसर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा, साथ ही मंदिर के दरवाजे पर सभी श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग भी होगी और श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस का भी पालन करना होगा.
कोरोना महामारी के कारण मार्च में प्रेम मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे. इससे पूर्व वृंदावन के श्रीबांकेबिहारी, श्रीराधारमण और श्रीरंगजी मंदिर के पट खुल चुके हैं.
इस मंदिर को बने महज 8 साल का ही वक्त हुआ है. लेकिन अपनी भव्यता, खूबसूरत शिल्पकला और लाइट एंड साउंड शो की वजह से इसने वृंदावन में अपनी अलग पहचान बना ली है.
मथुरा के वृंदावन में प्रेम मंदिर जगदगुरू कृपालु परिषद श्यामा धाम ट्रस्ट द्वारा कलात्मक दृष्टि से बनाया गया है. कृपालु महाराज ने इस मंदिर के माध्यम से पूरे विश्व को आपसी प्रेम-सौहार्द और भक्ति का संदेश दिया , इसीलिए इस मंदिर का नाम प्रेम मंदिर रखा गया.
वृंदावन का यह दूसरा ऐसा मंदिर है जिसमें सबसे अधिक श्रद्धालुओं की संख्या रहती है बांके बिहारी दर्शन करने वाले हर श्रद्धालु बिहारी जी दर्शन के बाद सीधे प्रेम मंदिर पहुंचते हैं या यूं कहें कि बांके बिहारी के बाद अगर कहीं श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जाती है तो वह प्रेम मंदिर है.
कान्हा की नगरी में बना प्रेम मंदिर कलाकारी का अनूठा संगम है इस मंदिर को दिन में देखने में जितना आनंद आता है उससे अधिक आनंद की अनुभूति रात को होती है जब यह चारों ओर से लाइटों की रंग बिरंगी रोशनी में अपनी आभा को खेलता हुआ सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है.
प्रेम मंदिर की नक्काशी सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है. मंदिर में लगे पत्थर और उसमें की गई कारीगरी के साथ कलरफुल लाइट हैं. जो मंदिर को और भी खूबसूरत बनाती हैं.
प्रेम मंदिर की भव्यता और कलात्मकता देखते ही बनती है. मंदिर परिसर में बगीचे, फव्वारे, श्रीकृष्ण और राधा की मनोहर झांकियां, श्रीगोवर्धन धारण लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीलाएं दिखाई गई हैं.
प्रेम मंदिर की भव्यता और कलात्मकता देखते ही बनती है. मंदिर परिसर में बगीचे, फव्वारे, श्रीकृष्ण और राधा की मनोहर झांकियां, श्रीगोवर्धन धारण लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीलाएं दिखाई गई हैं.
लॉकडाउन से पहले यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते थे. मंदिर परिसर में मौजूद श्रीकृष्ण लीलाओं से जुड़े तमाम दृश्य श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचते हैं.