नैनीताल-हल्द्वानी से चमोली-रुद्रप्रयाग तक तबाही, उत्तराखंड में बारिश की विनाशलीला की देखें
उत्तराखंड में नैनीताल-हल्द्वानी में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश हालात भयावह हो गए. सारे बड़े हाईवे और रास्ते बंद हो गए. स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी के बीच लोग घनघोर बारिश में ऑफिस तक पहुंचने में लाले पड़ गए.
नैनीताल-हल्द्वानी में रिकॉर्ड बारिश
नैनीताल जिले में मूसलाधार बारिश हो रही है. पिछले 24 घंटे में हल्द्वानी में 165 एमएम बारिश तो वहीं नैनीताल में 133 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई है.
सड़कों को खोलने का प्रयास
नैनीताल जिले में 5 स्टेट हाईवे और 22 ग्रामीण सड़कें बंद हो गई है. बंद सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. जिले के कुछ इलाकों में पेयजल आपूर्ति बाधित है.
हल्द्वानी में रिकॉर्ड बारिश
हल्द्वानी में सूर्या नाला उफान पर है तो वहीं यातायात भी बंद किया गया है. नाले के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लगी है. पुलिस को तैनात किया गया है. वहीं खटीमा और चम्पावत जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ों में बारिश कि वजह से गौला नदी का जलस्तर बढ़ा है.
सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील
गौला नदी से 41364 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वहीं प्रशासन ने तराई के क्षेत्रों को अलर्ट किया है. नदी के आसपास रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की गई है.
कर्णप्रयाग में बारिश ने मचाया बवाल
चमोली जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पिंडर नदी का जलस्तर बढ़ गया है. थराली में रामलीला मैदान से लेकर आवासीय मकानों तक पिंडर नदी का पानी पहुंच गया है. लगातार बारिश से पिंडर नदी का जलस्तर और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है. पुलिस ने थराली, नारायणबगड़, सिंमली और कर्णप्रयाग में नदी किनारे रहने वाले लोगो को अलर्ट किया है.
केदारनाथ यात्रा को रोका
मौसम को देखते हुए केदारनाथ यात्रा को रोका गया है. सोनप्रयाग में केदारनाथ जाने वाले 2000 यात्रि रूके हैं. केदारनाथ से नीचे आने वाले तीर्थ यात्रियों को अलग -अलग पड़ावों पर रोका गया है.
यात्रा को शुरू किया जाएंगा
मौसम खुलने के बाद ही यात्रा प्रारम्भ की जायेगी. जनपद में देर रात से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है.
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को किया बंद
कर्णप्रयाग भारी बारिश के चलते बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कमेड़ा को बंद कर दिया गया है. कर्णप्रयाग में तहसील प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को ठहरने के साथ भोजन की व्यवस्था भी की है.