प्रयागराज: प्रयागराज के शिवम तिवारी ने बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा में परचम लहराया है. शिवम ने बिहार लोकसेवा आयोग की संयुक्त परीक्षा में तीसरी रैंक पाया है और इस तरह उन्होंने संगम नगरी प्रयागराज का मान बढ़ाया है. खास बात यह है कि शिवम् तिवारी ने इसके लिए किसी कोचिंग संस्थान से नहीं बल्कि खुद ही घर पर पढ़ाई की. अब शिवम ने बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा में तीसरा स्थान पाया है. शिवम तिवारी ने बताया कि वह पिछले 5 सालों से आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. इसके पहले भी वह परीक्षा में बैठे पर उन्हें सफलता नहीं मिली. लेकिन वह निराश नहीं हुए बल्कि उन्हें अपनी मेहनत पर यकीन था कि उनका सलेक्शन एक न एक दिन जरूर होगा.


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निरंतर अध्ययन व करेंट अफेयर्स पर नजर
प्रयागराज के नैनी इलाके के रहने वाले शिवम तिवारी के पिता जीवन बीमा से रिटायर हुए हैं और माता ग्रहणी हैं. शिवम के बड़े भाई एमबीबीएस डॉक्टर हैं. शिवम के मुताबिक वह जब बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा देकर निकले तभी से उनको विश्वास था कि उनका सलेक्शन हो जाएगा लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि वो टॉप करेंगे. शिवम के मुताबिक आयोग की परीक्षा की तैयारियों में अपना पूरा समय देते थे. किताब के अलावा संबंधित विषयों का निरंतर अध्ययन व करेंट अफेयर्स पर नजर रखना, ऑनलाइन मैटेरियल्स से भी उन्होंने अपनी तैयारियों पूरी की. शिवम डीएसपी के पद पर चयनित हुए हैं. उन्होंने जी मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि लोगों को न्याय मिले. पुलिस महकमे की छवि जो लोगों के जेहन में है उसको बदलने का भी वह प्रयास करेंगे, उनका लक्ष्य प्रशासनिक सेवा में जाने का है. शिवम ने कहा कि वो अभी अपनी तैयारी जारी रखेंगे.


बेटे की मेहनत 
वहीं शिवम तिवारी के पिता और मां ने कहा कि बेटे की मेहनत पर उनको पूरा याकीन था कि वह एक न एक दिन ऑफिसर जरूर बनेगा. केवल 5 साल की तैयारी में उसने सफलता पा ली. यह उनके लिए खुशी और गौरव का एहसास कराने वाली बात है.


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