RO-ARO Paper Leak: आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले को लेकर एक के बाद एक कड़ियां खुलती जा रही है.  जिसमें आरोपी के तौर पर पकड़े गए सभी छह आरोपियों को अब सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद  एसटीएफ ने उन्हें जेल भेज दिया. बताया जा रहा है कि इनमें इंजीनियर के साथ ही शिक्षक भी शामिल हैं. यूपी RO/ARO पेपर लीक केस में फिलहाल 2 कड़ियां सामने आई हैं जिसमें से पहली के तार भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस से जुड़े है जहां पर पेपर पानी की बोतल में छिपाकर बाहर निकाला गया और फिर लीक हुआ. वहीं दूसरी कड़ी प्रयागराज के बिशप जॉनसन स्कूल से जुड़ती है जहां से पेपर आउट हुआ. इन दोनों ही कड़ियों जो एक मास्टरमाइंड का नाम आ रहा है वो है आरोपी राजीव नयन मिश्रा. 


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राजीव नयन की प्रेमिका सुष्मिता और दो दोस्त 
वहीं दूसरी ओर इस तरह की भी बात सामने आई है कि राजीव ने एक-दिन पहले ही RO/ARO का पेपर गर्लफ्रेंड को भेजा था और दूसरी गर्लफ्रेंड पैसों संबंधी हिसाब रखती थी. मामले में तीन लोग खास किरदार में बताए जा रहे हैं  जिनमें एक राजीव नयन की प्रेमिका सुष्मिता और दो दोस्त शामिल हैं. पूछताछ में पता चला है कि राजीव नयन के कहने पर ही भोपाल के होटल में आरोपियों ने प्रश्न पत्र हल कराए और आठ अभ्यर्थियों को उत्तर भी रटवाए. वैसे अभी राजीव नयन की प्रेमिका के साथ ही सॉल्वर गैंग संबंधी कुछ आरोपियों की एसटीएफ को अब भी तलाश है. ये भी पता चला है कि आरओ-एआरओ का पेपर सुनील रघुवंशी-प्रिंटिंग प्रेस से इंजीनियर सुनील रघुवंशी द्वारा लीक किया गया.  


मास्टरमाइंड सुभाष प्रकाश ने किया खुलासा 
आरओ/एआरओ भर्ती व सिपाही भर्ती परीक्षा (RO-ARO Recruitment Paper Leak Case) का पर्चा लीक कराकर यह पूरा गिरोह अरबों रुपये कमाने के सपने दिखाया करता था. जिसमें रवि अत्री, सुभाष प्रकाश और डॉ. शरद से मास्टरमाइंड राजीव नयन ने कहा था कि ऐसा बड़ा मौका नहीं मिलेगा जिसमें इतनी ज्यादा रकम कमाने का मौका मिले. आरओ भर्ती परीक्षा एक लाख 69 हजार 725 अभ्यर्थी ने में रिकॉर्ड रूप से आवेदन किया है, ऐसे में पर्चा लीक कराने में किसी भी तरह की चूक न की जाए. इसके बाद चार जगह से पर्चा लीक कराने की सेटिंग की गई. पकड़े गए छह आरोपितों में मास्टरमाइंड सुभाष प्रकाश भी शामिल है जिसने मामले में इस तरह के खुलासे एसटीएफ के सामने की है. 


अमरजीत एक कॉलेज में शिक्षक
वहीं, दूसरी ओर लखनऊ, भोपाल के साथ ही प्रयागराज में सेटिंग वाले परीक्षा केंद्रों और प्रिंटिग प्रेस का पर्दाफाश हो गया है. अब सुभाष के बयान के बाद एसटीएफ की टीम चौथे स्थान का पता लगने में जुटी है. जानकारी है कि पहले भी राजीव नयन, सुभाष, रवि व डॉ. शरद पेपर लीक में शामिल हो चुके हैं. जिसमें सुभाष बीटेक के साथ ही एमटेक भी किया हुआ था. उसने बिहार पीसीएस की मेन परीक्षा भी दी जिसमें वो पास नहीं हुआ. एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश की टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपितों में अमरजीत एक कॉलेज में शिक्षक है. पूछताछ की कार्रवाई में एसटीएफ की वाराणसी यूनिट मौजूद रही. 


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लीक करवाने की पूरी सेटिंग बैठाई गई
सुभाष ने एसटीएफ ने जानकारी धी है कि राजीव ने कमीशन की चिंता नही करने के लिए कहा था और ये भी कहा कि आरओ परीक्षा का पर्चा सबसे अधिक बिकेगा, जिसकी मुंहमांगी कीमत भी मिलेगी. इसके बाद आठ फरवरी को आयोजित हुई आरओ भर्ती परीक्षा का पर्चा चार जगह से लीक करवाने की पूरी सेटिंग बैठाई गई. जिसके बाद 17 व 18 फरवरी को सिपाही भर्ती परीक्षा के पर्चा लीक करने के लिए एक पूरी साजिश और प्लानिंग तैयार की गई.