AMU में पहली बार महिला बनी वाइस चांसलर, प्रोफेसर नईमा खातून संभालेंगी पदभार
AMU: अलीगढ़ मस्लिम यूनीवर्सिटी को अपने इतिहास में पहली महिला कुलपति मिलीं हैं. विश्वविद्यालय में प्रोफेसर नईमा खातून को कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 104 साल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को कुलपति बनाया गया है.
AMU: अलीगढ़ मस्लिम यूनीवर्सिटी को अपने इतिहास में पहली महिला कुलपति मिलीं हैं. विश्वविद्यालय में प्रोफेसर नईमा खातून को कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है. ऐसा यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी महिला को इतने बड़े पद पर आसीन किया गया है.अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 104 साल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को कुलपति बनाया गया है. प्रो. नईमा उड़ीसा से संबंध रखती हैं, वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या भी रह चुकी है.
यूनिवर्सिटी के नए वाइस चांसलर चुने जाने को लेकर एक पैनल बनाया गया था. इस पैनल में प्रोफेसर नईमा खातून भी शामिल रहीं थीं. पैनल ने उनके नाम पर ही मुहर लगा दी और उनका नाम आगे बढ़ा दिया. नईमा खातून को अब एएमयू का नया वीसी चुना गया है. एएमयू की स्थापना दिसंबर 1920 में हुई थी, यूनिवर्सिटी की चांसलर महिला बेगम सुल्तान जहां बनीं थी, जबकि पहले कुलपति महमूदाबाद के राजा मोहम्मद अली मोहम्मद खान बने थे.
यूनिवर्सिटी के नए वाइस चांसलर को चुनने का सिलसिला बीते साल 2023 अक्टूबर में शुरू हुआ था. अक्टूबर में कार्यकारी परिषद की बैठक हुई थी. कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने वोट देकर कुलपति पैनल के पांच नामों में महिला प्रोफेसर नईमा खातून को शामिल किया था. नाईमा खातून को जरा सा भी अंदाजा नहीं था कि उन्हें ये जिम्मेदारी सौपी जाएगी, और वाइस चांसलर बना दिया जाएगा.