UP Politics: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर मंगलवार को I.N.D.I.A. ब्लॉक की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर फैसला हो गया है. इस फैसले के बारे में प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र लिख कर जानकारी भी दे दी गई है. 


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यूपी से पीएम और नेता प्रतिपक्ष


राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का जिम्मा संभालेंगे. आपको बता दें, पीएम और नेता प्रतिपक्ष दोनों ही यूपी से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. पीएम मोदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव जीतें हैं तो वहीं राहुल गांधी रायबरेली से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. अब राहुल गांधी के बतौर विपक्ष का नेता बनने पर औपचारिक मुहर लग गई है. माना जा रहा है कि लोकसभा में प्रदेश का दबदबा बढ़ेगा.


नेता प्रतिपक्ष बने राहुल गांधी


बीते दिनों कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान सर्वसम्मति से राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने की मांग उठी थी. बैठक में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों ने प्रस्ताव पारित किया है कि राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया जाना चाहिए. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए अपने नाम का प्रस्ताव पारित होने पर राहुल गांधी ने इस बारे में सोचने के लिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों से कुछ वक्त मांगा था. 


लोकसभा में 99 सीटें जीतीं कांग्रेस 


आपको बता दें, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रदर्शन सुधारते हुए देश भर में 99 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस वक्त कांग्रेस के खाते में 98 सीटें हैं, क्योंकि राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली सीट से चुनाव जीता था. अब उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया है.  वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A. ब्लॉक ने चुनाव में 234 सीटों पर जीत हासिल की है. जो कि कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित हुई है.  जबकि बीजेपी ने अपने अकेले दम पर 240 सीटों पर जीत दर्ज की है. साथ ही बीजेपी नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने देशभर में 293 सीटों पर जीत हासिल की है.


राजीव-सोनिया के बाद राहुल को जिम्मा


राहुल गांधी, गांधी परिवार के तीसरे सदस्य होंगे जो नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी को संभालेंगे. राहुल से पहले उनकी मां सोनिया गांधी 13 अक्टूबर, 1999 से 6 फरवरी, 2004 तक नेता प्रतिपक्ष रहीं. सोनिया गांधी से पहले राजीव गांधी 18 दिसंबर, 1989 से 24 दिसंबर, 1990 तक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे थे और अब राहुल गांधी को ये जिम्मेदारी मिली है.