अपनी पारंपरिक लोकसभा सीट अमेठी में हारने के बाद आज पहली बार वहां जाएंगे राहुल गांधी
एक पार्टी नेता ने कहा कि राहुल अमेठी के गौरीगंज (जिला मुख्यालय) में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और हाल के लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान के कारणों पर चर्चा करेंगे.
नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ चुके राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अपनी पारंपरिक लोकसभा सीट अमेठी में मिली हार के बाद पहली बार बुधवार को वहां जाएंगे. पार्टी नेताओं ने आईएएनएस से सोमवार को कहा कि राहुल गांधी एक दिन की यात्रा पर अमेठी जाएंगे. उनकी बहन और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उनके साथ अमेठी के दौरे पर हो सकती हैं.
एक पार्टी नेता ने कहा कि राहुल अमेठी के गौरीगंज (जिला मुख्यालय) में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और हाल के लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान के कारणों पर चर्चा करेंगे. इसके बाद वह आम लोगों से भी बातचीत करेंगे.
राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता स्मृति ईरानी से 55 हजार वोटों के अंतर से हार गए थे. हालांकि केरल की वायनाड सीटी सीट उन्होंने भारी अंतर से जीती.
कांग्रेस विधान पार्षद दीपक सिंह ने कहा, "राहुल ने अमेठी के के साथ हमेशा अपने परिवार जैसा व्यवहार किया और वह अपने परिवार के सदस्यों से मिलने आ रहे हैं."
उन्होंने कहा कि राहुल के दौरे का मकसद लोकसभा चुनाव में करारी हार से निराशा में डूबे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना है.
पार्टी सूत्र ने बताया कि राहुल अमेठी प्रभारी के रूप में के.एल. शर्मा को फिर नियुक्त कर सकते हैं. प्रियंका गांधी पिछले महीने रायबरेली के मतदाताओं को धन्यवाद देने के लिए अपनी मां व संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ पहुंची थीं. वह कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित न कर पाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं पर जमकर बरसी थीं. उन्होंने महसूस किया था कि बहुत-से कार्यकर्ता वरिष्ठ नेताओं से मिलना-जुलना कम कर दिया था, जिस कारण पार्टी की यह दशा हुई.
इससे पहले, तीन सदस्यीय टीम ने अमेठी का दौरा किया था और प्रियंका गांधी को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें पार्टी की हार के कारण बताए गए हैं.
राहुल ने वर्ष 2004 से लगातार तीन बार अमेठी का प्रतिनिधित्व किया. इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में केवल एक सीट हासिल की, जो सोनिया गांधी की रायबरेली सीट है.