शिवपाल यादव को झटका, ओम प्रकाश राजभर ने उनकी पार्टी को समर्थन देने मना किया
जून माह में सुभासपा के अध्यक्ष राजभर और शिवपाल की मुलाकात वाराणसी के सर्किट हाउस में बंद कमरे में करीब 15 मिनट तक हुई थी.
बलिया : शिवपाल यादव द्वारा गठित समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को दूसरे दिन ही झटका लगा जब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष व प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उनका मोर्चा से कोई गठबंधन नही होगा.
योगी आदित्यनाथ सरकार में दिव्यांग जन सशक्तिकरण मंत्री राजभर ने कहा, ‘मुझे शिवपाल द्वारा गठित मोर्चा से कुछ लेना-देना नहीं है. उनकी हाल में सपा नेता शिवपाल सिंह यादव से कई बार मुलाकात हुई है, लेकिन इस मुलाकात में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई.'
मीडिया में शिवपाल के सेक्युलर मोर्चा से सुभासपा के गठजोड़ को लेकर चल रही सुगबुगाहट को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मेरी पार्टी का शिवपाल के मोर्चे से कोई गठबंधन नहीं होगा.' उन्होंने यह भी कहा कि उनके दल का गठबंधन बीजेपी से जारी रहेगा.
शिवपाल यादव ने बुधवार को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन किया था और कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मददेनजर छोटे-छोटे दलों को एकजुट किया जायेगा. शिवपाल ने मंगलवार रात राजभर से मुलाकात की थी. हालांकि, दोनों नेताओं ने कहा था कि यह मुलाकात व्यक्तिगत थी और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है.
खबरों के मुताबिक, इसी साल जून माह में सुभासपा के अध्यक्ष राजभर और शिवपाल की मुलाकात वाराणसी के सर्किट हाउस में बंद कमरे में करीब 15 मिनट तक हुई थी. उसके बाद से ही अफवाहों का बाजार गर्म था. हालांकि, इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने कहा था कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी लेकिन इसके बाद राजनीतिक गलियारों में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था क्योंकि मंत्री राजभर अक्सर अपने बयानों से अपनी ही सरकार को असहज करते रहे हैं.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) में हाशिये पर चल रहे वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कल आखिरकार अपनी राहें अलग करने के संकेत देते हुए ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चा‘ के गठन का औपचारिक एलान कर दिया था.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ‘मैं भी नाराज हूं, मैं कहां चला जाऊं.'
(इनपुट भाषा से)