रामलला की घर बैठे आरती और दर्शन कर सकेंगे भक्त, राम मंदिर ट्रस्ट कर रहा तैयारी
रामभक्त अब घर बैठे-बैठे अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्रभु की आरती और दर्शन का लाभ उठा सकेंगे. राममंदिर के 18 मंदिरों की आरती का लाइव प्रसारण दूरदर्शन के माध्यम से करने की योजना बनाई जा रही है.
Ayodhya Ram Mandir: रामभक्त अब घर बैठे-बैठे अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्रभु की आरती और दर्शन का लाभ उठा सकेंगे. राममंदिर के 18 मंदिरों की आरती का लाइव प्रसारण दूरदर्शन के माध्यम से करने की योजना बनाई जा रही है. दरअसल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक मणिरामदास की छावनी में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में आयोजित की गई. जिसमें इस विषय पर चर्चा हुई.
महासचिव चंपत राय ने बैठक के बाद बताया कि मीटिंग में आय-व्यय का विवरण और मंदिर निर्माण की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई. साथ ही, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की वर्षगांठ पर चर्चा हुई. यह वर्षगांठ "प्रतिष्ठा द्वादशी" के रूप में मनाई जाएगी. 22 जनवरी को कोई आयोजन नहीं होगा. चंपत राय ने बताया कि हिंदू धर्म में त्योहार और उत्सव हिंदी तिथियों के आधार पर मनाए जाते हैं, न कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी, उस दिन पौष शुक्ल द्वादशी थी, जिसे कूर्म द्वादशी भी कहा जाता है. इसलिए प्रतिष्ठा द्वादशी का उत्सव जनवरी 2025 में 11 जनवरी को मनाया जाएगा. पहले साल तीन दिवसीय उत्सव होगा और भविष्य में इसे चार या पांच दिन का किया जाएगा. उत्सव की रूपरेखा तैयार की जा रही है.
उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए तीन हजार वर्ग फुट में अपोलो हेल्थकेयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जहां ईसीजी और अल्ट्रासाउंड जैसी सुविधाएं भविष्य में उपलब्ध होंगी. निर्माण की समय सीमा और नई परियोजनाएं बैठक में मंदिर निर्माण समेत अन्य सभी प्रकल्पों की समय सीमा अक्तूबर 2025 तय की गई है. परिसर में कुल 18 मंदिर बनाए जाएंगे. राममंदिर के दूसरे तल पर मूर्ति स्थापना पर भी विचार किया जा रहा है.
ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने सोमवार को ट्रस्ट कार्यालय, गेस्ट हाउस और 500 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम के निर्माण का शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं पर लगभग 130 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. निर्माण कार्य राजकीय निर्माण निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें-
Utpanna Ekadashi 2024: एकादशी व्रत शुरू करने हैं तो ये दिन है सबसे बेस्ट, इन शुभ योग में करें विष्णु जी की पूजा
भगवान विष्णु और शिव की तरह क्यों नहीं होती ब्रह्मा जी की पूजा? कहां स्थित है इकलौता मंदिर