Dhanteras 2023: कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस के नाम से जाना जाता है. इस साल यह 10 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दिन गणेश जी के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके साथ ही धनतेरस पर माता लक्ष्मी के धन प्रबंधन का जिम्मा संभालने वाले कुबेर जी की भी पूजा की जाती है. मान्यता है कि ऐसा करने से धन लाभ के साथ आशीर्वाद प्राप्त होता है. उनकी पूजा में कुबेर जी की आरती का पाठ कर सकते हैं. 


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॥ आरती श्री कुबेर जी की ॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे,स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे।


शरण पड़े भगतों के,भण्डार कुबेर भरे॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,स्वामी भक्त कुबेर बड़े।


दैत्य दानव मानव से,कई-कई युद्ध लड़े॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


स्वर्ण सिंहासन बैठे,सिर पर छत्र फिरे, स्वामी सिर पर छत्र फिरे।


योगिनी मंगल गावैं,सब जय जय कार करैं॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


गदा त्रिशूल हाथ में,शस्त्र बहुत धरे, स्वामी शस्त्र बहुत धरे।


दुख भय संकट मोचन,धनुष टंकार करें॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


भाँति भाँति के व्यंजन बहुत बने,स्वामी व्यंजन बहुत बने।


मोहन भोग लगावैं,साथ में उड़द चने॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


बल बुद्धि विद्या दाता,हम तेरी शरण पड़े, स्वामी हम तेरी शरण पड़े


अपने भक्त जनों के,सारे काम संवारे॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


मुकुट मणी की शोभा,मोतियन हार गले, स्वामी मोतियन हार गले।


अगर कपूर की बाती,घी की जोत जले॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


यक्ष कुबेर जी की आरती,जो कोई नर गावे, स्वामी जो कोई नर गावे।


कहत प्रेमपाल स्वामी,मनवांछित फल पावे॥


ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे...॥


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.