Ganadhipa Sankashti Chaturthi: सनातन धर्म में प्रथम पूज्य देव गणपति बप्पा को बुद्धि और समृद्धि का देवता माना गया है. ऐसे में हर महीने का कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि उन्हें समर्पित है. मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने की परंपरा है. ऐसी मान्यता है कि चतुर्थी तिथि पर बप्पा की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को हर मुश्किल से छुटकारा मिलता है. इतना ही नहीं भक्त के घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. कहा जाता है कि इस दिन गणपति बप्पा को उनकी प्रिय चीजों का भोग जरूर लगाना चाहिए. इससे भक्त को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है. आइए जानते हैं कि बप्पा को किन चीजों का भोग लगाने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है. 


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गणाधिप संकष्टी चतुर्थी 2024  
पंचांग के मुताबिक, 18 नवंबर की शाम 6 बजकर 55 मिनट से कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि शुरू होगी, जो 19 नवंबर की शाम 5 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में 18 नवंबर को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा. इस दिन शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देने का विधान है. 18 नवंबर को चन्द्रोदय शाम 7 बजकर 34 मिनट पर होगा.


ऐसे बप्पा होंगे खुश
अगर आप अपनी सभी मनोकामनाओ को पूर्ण करना चाहते हैं, तो गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन बप्पा को मोदक का भोग लगाएं. ऐसी मान्यता है कि मोदक का भोग लगाने से गणेश जी सभी मुरादें पूरी करते हैं. वहीं, अगर आप खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना करते हैं, तो आपको इस दिन बप्पा को मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. मान्यता है कि इससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं. इसके अलावा गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन पूजा थाली में श्रीखंड, छप्पन भोग, शुद्ध घी और गुड़ समेत जैसी चीजे शामिल करनी चाहिए. मान्यता है कि इन चीजों का भोग लगाने से भक्त को मनचाहा करियर मिलता है और जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती.


Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.


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