Aaj Ka Panchang 12 December: आज का पंचांग, देखें तिथि, ग्रह, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
Aaj ka Panchang 12 December 2023: आज मार्गशीष (अगहन) मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. आज दिन मंगलवार है. आइये जानते हैं आज का पंचाग...
Aaj ka Panchang 12 December 2023: हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं 10 दिसंबर 2023 का पंचाग...
सूर्योदय- 07:04 एएम
सूर्यास्त- 05:25 पीएम
वार- मंगलवार
पक्ष- कृष्ण पक्ष
तिथि- अमावस्या- 05:01 एएम, दिसंबर 13 तक
नक्षत्र- अनुराधा- 11:57 एएम तक
योग- धृति, 06:52 पीएम तक
करण- चतुष्पाद, 05:47 पीएम तक
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल- 02:50 पीएम से 04:08 पीएम
यमगण्ड- 09:39 एएम से 10:57 एएम
आडल योग- 07:04 एएम से 11:57 एएम
दुर्मुहूर्त- 09:08 एएम से 09:50 एएम
गुलिक काल- 12:15 पीएम से 01:32 पीएम, 10:53 पीएम से 11:48 पीएम
वर्ज्य- 05:21 पीएम से 06:53 पीएम
विंछुड़ो- पूरे दिन
गण्ड मूल- 11:57 एएम से 07:05 एएम, दिसंबर 13
बाण रोग- 05:48 पीएम से पूर्ण रात्रि तक
शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- 05:15 एएम से 06:09 एएम
प्रातः सन्ध्या- 05:42 एएम से 07:04 एएम
अभिजित मुहूर्त- 11:54 एएम से 12:35 पीएम
विजय मुहूर्त- 01:58 पीएम से 02:40 पीएम
गोधूलि मुहूर्त- 05:23 पीएम से 05:50 पीएम
सायाह्न सन्ध्या- 05:25 पीएम से 06:47 पीएम
अमृत काल- 02:36 एएम, दिसंबर 13 से 04:09 एएम, दिसंबर 13
निशिता मुहूर्त- 11:48 पीएम से 12:42 एएम, दिसंबर 13
ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 1 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 1 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.