According To Astrology: कुछ लोगों को पता ही नहीं चलता कि सोचते सोचते या काम करते करते कब उनके बेचारे नाखून दांतों के बीच आ गए और कुतर लिए गए. नेल बाइटिंग से गंभीर किस्म की संक्रामक बीमारियों का खतरा तो रहता ही है लेकिन इसका आपके ग्रहों पर भी गहरा असर पड़ता है. बार बार नाखून टूटना या नाखूनों को कुतरना इस बात का संकेत हैं कि आप बुरे दिनों से गुजरने वाले हैं. ज्योतिष शास्त्र में इसके बारे में विस्तार से लिखा गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ज्योतिष शास्त्र में नाखूनों को शनि से जुड़ा हुआ माना जाता है. आपने अक्सर सुना होगा कि शनिवार को नाखून नहीं काटे जाते. अगर शनि को मजबूत रखना है तो नाखून हमेशा कटे हुए और साफ सुथरे होने चाहिए. खास तौर पर तर्जनी ऊंगली का नाखून टूटना बहुत ही बुरा माना जाता है. अगर आप तर्जनी ऊँगली का नाखून बार बार कुतर जाते हैं या यह नाखून टूट जाता है  तो इसका मतलब है कि आपके जीवन में चल रही समस्यायें फिलहाल खत्म नहीं होने वाली या फिर नई समस्याएं आपको घेरने वाली हैं. 


ये खबर जरूर पढ़ें- Ram Mandir Pran Pratishtha Live: अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा आज, सुबह 8 बजे मंत्रोच्चार से शुभ मुहूर्त तक ऐसे गुजरेगा हर ऐतिहासिक पल


 


मध्यमा ऊंगली आपके मानसिक स्वास्थय को दर्शाती है अगर आप अपनी बड़ी ऊंगली का नाखून चबा जाते हैं तो आपको हमेशा छोटी या बड़ी मानसिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है. इस ऊंगली का नाखून टूटने के कारण कई बार छोटी छोटी बातों से भी बड़ा मानसिक तनाव महसूस होता है.  अनामिका ऊँगली यानी रिंग फिंगर हमारी भावनाओं की प्रतीक है. अगर आप इस ऊँगली का नाखून चबा जाते हैं तो आपका दिल बार बार टूट जाने की समस्या होगी. इस ऊँगली का नाखून चबाने वाले व्यक्ति को प्रेम में धोखा मिलता है. व्यक्ति को अकेलेपन से जूझना पड़ता है जिस कारण उसमे आत्मविश्वाश की कमी आ जाती है. 


कनिष्का ऊंगली के नाखून चबाने वाले व्यक्ति के दाम्पत्य जीवन में मिठास काम हो जाती है और पति पत्नी का आपसी रिश्ता कमजोर होता है. दोनों में अक्सर मन मुटाव रहता है. वहीं अंगूठे के नाखून चबाने वाले व्यक्ति की इच्छाशक्ति कमजोर हो जाती है. किसी भी कार्य में मन नहीं लगता और जल्दी हताश हो जाते हैं.


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.