Chandra Grahan 2024: आज साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान वरना पछताने का नहीं मिलेगा मौका
Chandra Grahan 2024: भले ही भारत में चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा लेकिन फिर भी गर्भवती महिलाओं को इस दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है.
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण
Chandra Grahan 2024 :साल 2024 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगा हुआ है. वैसे तो चंद्रग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है लेकिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इसका काफी महत्व रखता है.
चंद्र ग्रहण शुरू
आज पितृ पक्ष का पहला श्राद है. चंद्र ग्रहण की शुरुआत आज 6 बजकर 12 मिनट पर हो गई है और इसका अंत 10 बजकर 17 मिनट पर होगा.
भारत में नहीं दिखेगा
इस वक्त हमारे देश में सुबह है इसलिए ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आ रहा है, वैसे सूतक काल नहीं लगने से कोई भी धार्मिक कार्य नहीं रूके हैं और ना ही मंदिरों के कपाट बंद किए गए हैं.
ज्योतिषीय विज्ञान
लेकिन फिर भी ज्योतिषीय विज्ञान कहता है कि ग्रहों की चाल का असर हमारे ऊपर पड़ता है इसलिए हर किसी को चंद्रग्रहण के दौरान कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत ज्यादा जरूरी है।
खाना पीना वर्जित
ग्रहण के समय खाना पीना वर्जित होता है इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ नहीं खाएं. गर्भवती और अस्वस्थ व्यक्ति खा सकते हैं. अगर खाना जरूरी है तो ग्रहण शुरू होने से पहले खाने की सभी चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें।
पूजा पाठ नहीं
ग्रहण का दौरान पूजा पाठ नहीं करते हैं. सूतक काल लगते ही मंदिर के कपाट बंद कर दें और ग्रहण समाप्त होने के बाद ही अपने मंदिर के कपाट खोलें.
मंत्रों का जाप
ग्रहण के समय भगवान शिव और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।आप "ॐ नमः शिवाय" या "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप कर सकते हैं.
मूर्तियों को गंगाजल से शुद्ध
मंदिर में रखी सभी मूर्तियों को गंगाजल से शुद्ध करने के बाद पूजा करें. ग्रहण समाप्त हो जाने के बाद गंगाजल पानी में डालकर स्नान जरुर करना चाहिए.
नुकीली चीजें
ग्रहण के दौरान नुकीली चीजें जैसे कैंची, चाकू, सुई आदि का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाओं को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए.
दान
चंद्रग्रहण के बाद गरीबों और ज़रूरतमंदों को अन्न, कपड़े और पैसे का दान करना शुभ है. इससे ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है.
Disclaimer
यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं-धार्मिक जानकारियों और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है. यहां यह बताना जरूरी है कि ZEE UPUK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.