मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु के इन मंत्रों का करें जाप, मिलेगी जीवन सुख शांति और फिर मोक्ष!
Mokshada Ekadashi 2024: सनातन धर्म ग्रंथों में एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. हिंदू पंचांग को देखें तो एक साल में 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं इसमें ही मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष का व्रत आता है.
मोक्षदा एकादशी पर इस मंत्र का करें जाप.
ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय
शीघ्र फल प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप करें.
ऊँ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
इस मंत्र के जाप से भगवान की बरसेगी कृपा
शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम। विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम। लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।
इस मंत्र का जाप करने से लाभ ही लाभ होगा.
दन्ता भये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृता ब्जया लिंगितमब्धि पुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
इस मंत्र के जाप से साधक को विशेष लाभ हो सकता है और श्रीहरि प्रसन्न भी होंगे.
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।
विष्णु के पंचरूप मंत्र का जाफ फलदायी होता है.
ॐ अं वासुदेवाय नम:।। ॐ आं संकर्षणाय नम:।। ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:।। ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:।। ॐ नारायणाय नम:।।
इस मंत्र का करें जाप
इस मंत्र का जाप पूरे विश्वास के साथ करें ताकि भगवान विष्णु की कृपा बनी रहेगी. - ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान।यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
मोक्षदा एकादशी का महत्व
मोक्षदा एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है. जब महाभारत युद्ध के दौरान भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता उपदेश दिया तब इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के महत्व के बारे में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया. मान्यता अनुसार मोक्षदा एकादशी व्रत की पूजा विधि-विधान की जाए तो साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. साधक को मोक्ष की भी प्राप्ति होती है.
डिस्क्लेमर
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.