Pitru Paksha 2024 Daan: पितरों की तृप्ति के लिए करें इन 7 चीजों का दान, प्रसन्न होकर पूर्वज देंगे आशीर्वाद
Pitru Paksha 2024: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का अत्याधिक महत्व माना जाता है. इस दौरान लोग अपने पितरों का पिंडदान करके उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं. पितृ पक्ष में कुछ चीजों का दान जरूर करना चाहिए.
पितृ पक्ष 2024 Daan
हिंदू धर्म में पितृ पक्ष के दिन पितरों को समर्पित होते हैं. इन दिनों परिजन अपने पितरों को पिंडदान, तर्पण और पितरों की मृत्यु तिथि पर उनके नाम से श्राद्ध करते हैं. इससे पितृ प्रसन्न होकर परिजनों को आशीर्वाद देते है.
पितृ पक्ष कब से कब तक
ज्योतिषानुसार पूर्णिमा से शुरू होकर अमावस्या तक चलने वाले पितृ पक्ष में पितरों के श्राद्ध कर्म से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. इस साल पितृ पक्ष 18 सितंबर 2022 दिन यानी शनिवार से शुरू हो रहा है और 25 सितंबर 2022 तक रहेगा.
पितृ पक्ष में दान
ऐसी मान्यताएं हैं कि पितृ पक्ष में दान करने से पितृ दोष समाप्त हो जाता है और जीवन में चल रही समस्याएं समाप्त हो जाती हैं. आइए जानते हैं कि पितृपक्ष में क्या-क्या दान करना चाहिए.
चांदी का दान
पितृ पक्ष के दौरान चांदी की वस्तु का दान करना सबसे अच्छा होता है. ऐसी मान्यता है कि चांदी का दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. शास्त्रों के अनुसार पितृ पक्ष में जिस दिन आप अपने पितरों के नाम पर श्राद्ध कर रहें हैं उस दिन भोजन करने वाले ब्राहमण को चांदी की कोई वस्तु दान करना उत्तम माना जाता है.
काले तिल का दान
पितृ पक्ष में काले तिल का दान जरूर करना चाहिए. हिंदू धर्म ग्रंथ के अनुसार, अगर परिजन श्राद्ध में ब्राह्मण या गरीब को भोजन कराने में असमर्थ हो तो, उन्हें पूर्वजों का ध्यान करते हुए एक मुट्ठी काला तिल दान करना चाहिए. इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं.
अन्न का दान
पितृपक्ष में अन्न का दान जरूर करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इससे पितरों को तृप्ति मिलती है. पितृपक्ष में अगर आप अन्नदान करना चाहते हैं तो गेहूं और चावल का दान सर्वश्रेष्ठ होता है. पितृपक्ष में अन्न का दान महादान माना जाता है. इससे पितरों को तृप्ति मिलती है तथा उनके आशीर्वाद से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
गुड़ का दान
श्राद्ध पक्ष के दौरान गुड़ के दान का भी विशेष महत्व है. गुड़ का दान करने से पितरों को विशेष संतुष्टि प्राप्त होती है. इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. घर में सुख शांति बनी रहती है. वहीं गुड़ का संबंध सूर्य देव से है इसलिए सूर्य देव की कृपा भी मिलती है.
नमक का दान
कहते हैं कि जिसका नमक खाओ, उसके प्रति सदैव ऋणी रहो. इसलिए कहा भी जाता है कि नमक का कर्ज कभी नहीं भूलना चाहिए. नमक का दान किए बिना पितृपक्ष कभी संपन्न नहीं माना जाता है.
जूते और चप्पल का दान
माना जाता है कि जूते चप्पल का दान करने से आने वाली विपत्ति से बचा जा सकता है. और कुंडली के दोषों का भी निवारण हो जाता है. ऐसा करने से घर में खुशहाली आती है और सुख शांति मिलती है
गाय के घी का दान
हमारे धर्म-ग्रथों में गाय को माता स्वरूप माना गया है. गाय के पूजन से स्वत: ही समस्त बाधाओं का अंत हो जाता है. पितृपक्ष में गाय के घी का दान करना भी फलदायी होता है.
Disclaimer
यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं-धार्मिक जानकारियों और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है. यहां यह बताना जरूरी है कि ZEE UPUK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.