नदियों का संगम प्रयागराज, तो महासागरों का संगम कहां, देश में ही है ये जगह
भारत नदियों, सागरों को पूजने वाला देश है. नदियों के संगम प्रयागराज के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि महासागरों का संगम कहा होता है. होता है भी तो क्या लोग वहां जाते हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि महासागरों का संगम भी भारत में ही होता है.
कुंभ-अर्घकुंभ
नदियों का संगम एक और जहां कुभ नगरी प्रयागराज में होती है. यहां गंगा-यमुना और सरस्वती नदियां आकर आपस में मिलती है. इसी वजह से यहां कुंभ-अर्घकुंभ लगता है.
त्रिवेणी संगम
भारत के दक्षिण छोर पर बसा कन्याकुमारी में तीन समुद्रों का संगम होता है. यहां बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिन्द महासागर का मिलन होता है. इस स्थान को त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है.
भगवान कृष्ण की बहन
कन्याकुमारी कला और सांस्कृति का पुराना गढ़ है. ये बेहद शांत शहर है. इस शहर का नाम देवी कन्या कुमारी के नाम पर पड़ा है. जिन्हें भगवान कृष्ण की बहन माना गया है.
20 से 25 लाख
कन्या कुमारी भारत के सबसे दक्षिण ओर समुद्र तट पर बसा एक शहर है, जो हमेशा से टूरिस्ट के लिए फेवरेट रहा है. यहां हर साल 20 से 25 लाख की संख्या में आते हैं.
जिक्र हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथों में मिलता है
कन्याकुमारी शहर का जिक्र हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथ रामायण में भी मिलता है. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कन्याकुमारी कितना पुराना शहर हैं.
तिरूवल्लुवर की मूर्ति
इसी जगह भारत के ऊची प्रतिमाओं में से एक तिरूवल्लुवर की मूर्ति भी है. जिसकी ऊंचाई 133 फीट है और वजन 2000 टन से भी ज्यादा है.
तीन ओर से समुद्र
भारत ऐसा देश है जो तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है. भारत के 13 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की सीमाएं समुद्री तट से टकराती है.
disclaimer:
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी पुष्टि नहीं करता है.