Shani Gochar 2025: शनिदेव धारण करेंगे चांदी के पाये, 2025 से दो साल तक पैसों में डूब जाएंगे ये 3 राशि वाले
Saturn Transit in Pisces 2025: शनि देव की चाल और उनकी दृष्टि का जातक पर गहरा प्रभाव पड़ता है. शनि देव साल 2025 में मीन राशि में गोचर करेंगे और इस समय वो चांदी के पाये धारण करेंगे.
चार पाये
दरअसल, ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव के चार पाये के बारे में बताया गया है जो जातक पर शुभ और अशुभ प्रभाव समय समय पर डालते रहते हैं. ये पाये सोने, चांदी , तांबे और लोहे के होते हैं.
चांदी के पाये के मायने-
जब शनि के गोचर और राशि परिवर्तन होता है और इस दौरान चंद्रमा शनि से दूसरे, पांचवें और नवें भाव में स्थिति होता है तो इसे चांदी का पाया कहा जाता है. शनि का चांदी का पाया जातक के घर में खुशियों लाता है.
साल 2027 तक योग
साल 2025 में शनि चांदी के पाये धारण करेंगे और मीन राशि में गोचर करेंगे. ये योग साल 2027 तक बना रहेगा. इसका प्रभाव सभी राशियों पर अलग-अलग तरह से पड़ सकता है.
शुभ प्रभाव
जब भी शनिदेव चांदी के पाये धारण करते हैं तो वो अपने क्रूर प्रभाव को कम कर देते हैं. वे जातकों के लिए अधिक अनुकूल हो जाते हैं. इस बार भी कुछ राशियों के जातक पर शुभ प्रभाव पड़ने वाला है.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों पर शनि देव के चांदी के पाये का शुभ प्रभाव पड़ने वाला है. अथाह धनलाभ के साथ ही जीवन में कई बड़े बदलाव आ सकते हैं. अचानक से धन लाभ से मन प्रसन्न रहेगा. सही दिशा में कदम बढ़ाने का लाभ दिखेगा. कई मामलों में सफलता हासिल कर पाएंगे.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों को शनि देव जातकों को कई भौतिक सुख प्रदान करेंगे. मीन राशि में शनि के गोचर से जातक का परिवार वालों के साथ संबंध अच्छे होंगे. आय में वृद्धि हो सकती है. विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं. मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है. नई गाड़ी से लेकर नई संपत्ति व पैतृक संपत्ति भी जातक हासिल कर सकते हैं.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातक पर इसका शुभ प्रभाव पड़ने वाला है. कुंभ राशि के जातक जो बेरोजगार हैं उनको मनचाही नौकरी मिल सकती है. नौकरीपेशा में जातकों को पदोन्नति मिल पाएगी.
कुंभ राशि के जातक
साल 2027 तक कुंभ राशि के जातक का समय बेहतरीन रहने वाला है. इस दौरान मेहनत करने का पूरा पूरा फल मिलने वाला है. मेहनत का कई गुना लाभ मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. जीवन में कई बड़े बदलाव आएंगे.
डिस्क्लेमर
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.